खालिस्तानी तत्वों का बढ़ता दबाव: संजय वर्मा का पता देने वाले को 5 लाख डॉलर का इनाम
Increasing pressure from Khalistani elements: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया है. इस बार उसने भारतीय राजनेताओं और कनाडा में भारत के पूर्व उच्चायुक्त संजय वर्मा को निशाना बनाया है. पन्नू ने वर्मा को 'वॉन्टेड' बताते हुए धमकी दी है और उनकी लोकेशन और यात्रा विवरण देने के लिए 5 लाख डॉलर के इनाम की घोषणा की है.
Increasing pressure from Khalistani elements: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया है. इस बार उसने भारतीय राजनेताओं और कनाडा में भारत के पूर्व उच्चायुक्त संजय वर्मा को निशाना बनाया है. पन्नू ने वर्मा को 'वॉन्टेड' बताते हुए धमकी दी है और उनकी लोकेशन और यात्रा विवरण देने के लिए 5 लाख डॉलर के इनाम की घोषणा की है.
पन्नू, जो कनाडा और अमेरिका का नागरिक है, का भारत के खिलाफ बोलना नया नहीं है, लेकिन हाल के समय में यह बढ़ गया है. पिछले साल, पन्नू पर अमेरिका में हत्या की साजिश का आरोप लगाया गया था, जिसमें भारत पर भी आरोप लगे थे. इसके बाद से पन्नू ने भारत के खिलाफ और भी अधिक जहर उगला है.
संजय वर्मा क्यों हैं खालिस्तानियों के निशाने पर?
कनाडा की विदेश मंत्री मेलनी जोली ने हाल ही में एक मामले में कहा है कि भारतीय राजनयिकों के तार हत्या जैसी आपराधिक गतिविधियों से जुड़े हैं. संजय वर्मा का नाम भी इसमें शामिल किया गया है. उन्हें हाल ही में भारत सरकार ने कनाडा से वापस बुलाया है, जिससे वह खालिस्तानियों के निशाने पर आ गए हैं. हालांकि, वर्मा ने इन आरोपों को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया है.
गुरपतवंत सिंह पन्नू का परिचय
गुरपतवंत सिंह पन्नू सिखों के लिए अलग देश खालिस्तान की मांग करता है. वह भारत के खिलाफ लगातार बयान देता रहता है. पन्नू का परिवार पहले पंजाब में था और उसने पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की. बाद में वह अमेरिका चला गया. न्यूयॉर्क में वॉल स्ट्रीट पर काम कर चुका पन्नू ने 2007 में 'सिख फॉर जस्टिस' नाम का संगठन बनाया, जो विवादों में आ चुका है.
सिखों में भारत विरोधी भावनाएं भड़काने का काम
यह संगठन सिखों में भारत विरोधी भावनाएं भड़काने का काम करता है और खालिस्तान बनाने की मांग करता है. भारत ने इसे आतंकवादी संगठन घोषित किया है और गृह मंत्रालय ने 2019 में इस पर प्रतिबंध लगाया था. पन्नू को भारत सरकार ने 2020 में ही आतंकी घोषित कर दिया था.