रूस में भारत चीन ने कर डाली बड़ी डील, LAC पर कम हो जाएगी टेंशन!

India China LAC Tension: गुरुवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल न रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ बातचीत की. इस दौरान दोनों देशों ने भारत-चीन संबंधों को स्थिर और बेहतर बनाने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लंबित मुद्दों पर चर्चा की. वहीं इससे पहले डोभाल ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की.

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India China LAC Tension: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ बातचीत की. ब्रिक्स राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सम्मेलन से इतर हुई इस बैठक में दोनों देशों के बीच सीमा मुद्दों पर चर्चा हुई. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शीर्ष अधिकारियों ने भारत-चीन संबंधों को स्थिर और बेहतर बनाने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लंबित मुद्दों पर चर्चा की.  

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार,  बयान में आगे कहा गया, 'बैठक में दोनों पक्षों को एलएसी पर शेष मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने की दिशा में हाल के प्रयासों की समीक्षा करने का अवसर मिला, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और पुनर्निर्माण करने के लिए परिस्थितियां बनेंगी.' मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष विवादित क्षेत्रों से पूर्ण रूप से पीछे हटने की दिशा में 'तत्परता से काम करने और अपने प्रयासों को दोगुना करने पर सहमत हुए'.

'LAC पर शांति और सम्मान बहुत ज़रूरी है'

डोभाल ने कहा कि संबंधों को सामान्य बनाने के लिए एलएसी पर शांति और सम्मान बहुत ज़रूरी है.  बयान में कहा गया है, 'दोनों पक्षों को दोनों सरकारों के बीच अतीत में हुए प्रासंगिक द्विपक्षीय समझौतों, प्रोटोकॉल और सहमतियों का पूरी तरह पालन करना चाहिए.' इसके साथ ही डोभाल ने वैश्विक और क्षेत्रीय मामलों पर भी चर्चा की तथा इस बात पर सहमति व्यक्त की कि भारत-चीन संबंध दोनों देशों और विश्व के लिए महत्वपूर्ण हैं. 

डोभाल ने राष्ट्रपति पुतिन से भी की मुलाकात

एनएसए अजीत डोभाल ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए सेंट पीटर्सबर्ग में हैं. समूह का शिखर सम्मेलन 22-24 अक्टूबर को रूस के शहर कज़ान में आयोजित किया जाएगा. इसमें पीएम मोदी के शामिल होने की भी उम्मीद है. इससे पहले गुरुवार को एनएसए डोभाल ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की.  पुतिन ने भारत-रूस विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के विकास की प्रशंसा की.

पुतिन-डोभाल बैठक पर रूसी बयान में कहा गया कि पुतिन ने 'द्विपक्षीय संबंधों में सुरक्षा मुद्दों के महत्व पर जोर दिया, इस क्षेत्र में संवाद बनाए रखने के लिए भारतीय पक्ष को धन्यवाद दिया.' उन्होंने जुलाई में मोदी की रूस यात्रा के दौरान हुए हालिया समझौतों के परिणामों की समीक्षा के लिए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान 22 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक का भी प्रस्ताव रखा. 

First Updated : Thursday, 12 September 2024