India-Canada: आतंकी निज्जर को बताया कनाडाई नागरिक, ट्रूडो ने कई बार खालिस्तानियों के लिए दिखाई हमदर्दी
Hardeep Singh Nijjar: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को कनाडाई नागरिक बताकर जस्टिन ट्रूडो का एक बार फिर से भारत विरोधी चेहरा उजागर हो गया है, ये पहली बार नहीं है जब ट्रूडो ने आतंकी को कनाडाई नागरिक बताया है.
India-Canada Tensions: कनाडा में पिछले कई महीनों से खालिस्तानी चरमपंथियों की गतिविधियां बढ़ रही है. खालिस्तानी आतंकियों को कनाडाई सरकार का कितना सर्मथन है. ये बात आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद उजागर हो गई है, जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडों ने संसद में निज्जर के लिए अपनी हमदर्दी जाहिर की और भारत को उसकी हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
कनाडा संसद में ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में भारत का हाथ बताया है. ये पहली बार नहीं है जब ट्रूडो ने आतंकी को कनाडाई नागरिक बताया है और खालिस्तानियों के लिए हमदर्दी दिखाई है. इससे पहले भी ट्रूडों कई आतंकी को कनाडाई नागरिक बता चुके हैं. ट्रूडो सरकार ने कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें वैध ठहराया है. इससे पहले ट्रूडो भारत विरोधी जनमत संग्रह और इंदिरा गांधी के अपमान को अभिव्यक्ति की बताया था.
आतंकी निज्जर को बताया कनाडाई नागरिक
जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार को कनाडाई संसद में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को कनाडा का नागरिक बताया. इतना ही नहीं निज्जर की हत्या में भारत सरकार का हाथ बताया है. ट्रूडो ने कहा कि कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंटों और कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच के संभावित संबंध के आरोपों की जांच कर रही है. बता दें कि इस साल जून में एक गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की गोली मारकार हत्या कर दी गई थी.
भारत विरोधी जनमत संग्रह को बताया था अभिव्यक्ति की आजादी
सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने सरे के गुरु नानक सिंह गुरुद्वारा में 10 सितंबर को भारत विरोधी जनमत संग्रह किया था. एसएफजे संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी इसमें हिस्सा लिया था. जिसमें भारत विरोधी नारे लगाए गए थे. पीएम मोदी ने ट्रूडो से द्विपक्षीय बातचीत के दौरान खालिस्तानियों पर लगाम लगाने का मुद्दा उठाया था. बैठक के बाद कनाडा में ट्रूडो ने कहा था कि हम हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अंतरात्मा की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध की स्वतंत्रता की रक्षा करेंगे.
इंदिरा गांधी के अपमान पर मौन रहे ट्रडो
छह जून को कनाडा में 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' की बरसी पर भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या वाले सीन की झांकी निकाली गई थी. इसे लेकर ट्रूडो से सवाल किया गया था, तब उन्होंने इसे 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता' बताया था. ट्रूडो ने कहा था कि कनाडा बेहद विविधतापूर्ण है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारे पास है, लेकिन हम हमेशा ये सुनिश्चित करेंगे कि हम हिंसा और उग्रवाद के सभी रूपों का विरोध कर रहे हैं. इसके अलावा कनाडा में खालिस्तानियों ने भारतीय राजनयिकों को पोस्टरों के जरिए धमकी दी थी.