India China Border Dispute: अमेरिका से झटका मिलने के बाद बौखलाया ड्रैगन, अरुणाचल प्रदेश को लेकर कह दी ये बात

India China Border Dispute: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद एक बेहद संवेदनशील मुद्दा है जिसपर अक्सर चर्चा होती रहती है. चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता आया है. इस बीच अब अमेरिका ने राज्य को भारत का अभिन्न अंग बताया है. अमेरिका के इस बयान के बाद चीन बौखला गया है.

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India China Border Dispute: भारत का पड़ोसी देश चीन आर्थिक और राजनीतिक रूप से भी नीचे गिरता जा रहा है.  दिन पर दिन देश का बीआरआई ब्रांड अपनी चमक खोता जा रहा है. चीनी हमेशा से अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा जताते हुए आया है. उसका कहना है कि, बीजिंग चीन का हिस्सा है भारत का नहीं इसलिए भारत को इस पर किसी भी तरह के विकास कार्य करने की इजाजत नहीं है.

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था और वहां सेला सुरंग मार्ग का उद्घाटन किया था. पीएम के इस यात्रा को चीन ने विरोध जताया था. इस बीच अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बता दिया है जिसके बाद चीन और बौखला गया है.

अमेरिका ने चीन को लेकर क्या कहा

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते समय, अमेरिका ने सीधे रूप से कहा कि वह वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर क्षेत्रीय दावों को मजबूती से विरोध करता है. संयुक्त राज्य विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा मानता है. हम किसी भी विदेशी सेना या किसी भी नागरिक द्वारा वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ किसी भी प्रकार के अवरोध या उल्लंघन का दावा करने की कड़ी निंदा करते हैं.

अमेरिका का ये बयान चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता झांग शियाओगांग के उस बयान के बाद आया है जिसमें चीन ने कहा था कि चीन अरुणाचल प्रदेश पर भारत के अवैध रूप से कब्जे का विरोध करता है. बता दें कि, चीन अरुणाचल प्रदेश को जंगनान के नाम से संबोधित करता है.

चीन ने पीएम मोदी के अरुणाचल दौरे पर जताई थी आपत्ति

चीन ने पीएम मोदी के अरुणाचल दौरे पर  आपत्ति जताते हुए कहा था कि 'ज़ंगनान क्षेत्र चीनी क्षेत्र है. चीनी सरकार ने भारत द्वारा अवैध रूप से स्थापित तथाकथित 'अरुणाचल प्रदेश' को कभी मान्यता नहीं दी है और वह इसका दृढ़ता से विरोध करती है. चीन ने आगे कहा कि भारत को चीन में ज़ंगनान के क्षेत्र को मनमाने ढंग से विकसित करने का कोई अधिकार नहीं है. भारत के प्रासंगिक कदम केवल सीमा प्रश्न को जटिल बनाएंगे और दोनों देशों के बीच सीमा क्षेत्रों में स्थिति को बाधित करेंगे.

पीएम मोदी के अरुणाचल दौरे का विरोध करने पर भारत ने चीन मुंहतोड़ जवाब दिया था. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था है और रहेगा. First Updated : Thursday, 21 March 2024