India-Pakistan Relation: भारत से संबंध बनाने को बेताब हो रही पाकिस्तान की सरकार, शाहबाज हुए नतमस्तक
शाहबाज ने कहा हम हर किसी से बात करने के लिए तैयार हैं, यहां तक की अपने पड़ोसी भारत से भी, बशर्ते कि पड़ोसी देश गंभीर मुद्दों पर बात करने के लिए गंभीर हो.
भारत से पाकिस्तान के रिश्ते लगातार खराब चल रहे हैं. पाकिस्तान के आर्थिक हालत भी इस समय बेहद खराब चल रहे हैं. दुनिया में आर्थिक मंदी का दौर है और ऐसे में पाकिस्तान में निरंतर बढ़ रही मंहगाई लोगों की कमर तोड़ रही है. पाकिस्तान की सरकार इससे निजात पाने के लिए दुनिया भर के सामने हाथ फैला रहा है.
ऐसे में शायद पाकिस्तान को इस बात का अहसास हो रहा है कि पड़ोसी के साथ रिश्ते खराब रखने से क्या नुकसान होते हैं. शायद इसी बात को समझते हुए पाकिस्तान की वर्तमान सरकार भारत से अपने संबंध दुरुस्त करने का प्रयास कर रही है. इसी के तहत पिछले 6 महीनों के अंदर शाहबाज सरकार ने 2 बार भारत की मोदी सरकार से बात करने की कोशिश की है.
बता दें कि पाकिस्तान की सरकार ने एकबार फिर से भारत के साथ बातचीत का ऑफर दिया है. पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि पाकिस्तान के मन में किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं है.
दरअसल मंगलवार को इस्लामाबाद में पाकिस्तान खनिज शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए शाहबाज ने कहा हम हर किसी से बात करने के लिए तैयार हैं, यहां तक की अपने पड़ोसी भारत से भी, बशर्ते कि पड़ोसी देश गंभीर मुद्दों पर बात करने के लिए गंभीर हो.
शाहबाज ने कहा कि युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है. बताते चलें कि पाकिस्तान के पीएम की तरफ से छह महीने के अंदर यह दूसरा ऑफर आया है. इससे पहले अलअरबिया समाचार चैनल के साथ एक इंटरव्यू के दोरान इसी उन्होंने इसी तरह का प्रस्ताव दिया था.
बता दें कि पाकिस्तान चाहता है कि भारत से उसकी बातचीत चालू हो जाए लेकिन भारत पहले ही साफ कर चुका है की पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की बातचीत तभी संभव है जब वह अपने घर में पल रहे आतंकियों के खिलाफ कोई कड़ा कदम उठाएगा.