Gaza War: गाजा नरसंहार के बीच फिलिस्तीनियों के लिए भारत बना 'राहत फरिश्ता', बुनियादी ढांचे के लिए भेजे 20 करोड़
Israel Hamas War: संयुक्त राष्ट्र में गाजा के आम लोगों के लिए राहत सामग्री के लिए प्रस्ताव बहुमत से पारित होने के बाद भारत ने यह राशि कल्याण और राहत के लिए भेजी है.
Israel Hamas War: गाजा में इजरायली सेना की लगातार बमबारी के कारण आम फिलिस्तीनियों के लिए राहत सामग्री पहुंचाना सबसे बड़ी समस्या बना हुआ है. इसी बीच भारत ने फिलिस्तीनियों के कल्याण के लिए 25 लाख डॉलर (20 करोड़ 80 लाख) की धनराशि दी है. बताया जा रहा है कि भारत की ओर से भेजी गई धनराशि वार्षिक मदद की आधी भेजी गई है.
भारत ने भेजी अपनी दूसरी किस्त
संयुक्त राष्ट्र में गाजा के आम लोगों के लिए राहत सामग्री के लिए प्रस्ताव बहुमत से पारित होने के बाद भारत ने यह राशि कल्याण और राहत के लिए भेजी है. यूएन साल 1950 से फिलिस्तीनियों के लिए राहत कार्यों के लिए सेवा भेजता रहा है. इसके लिए संयुक्त शरणार्थियों के लिए यूएन के सदस्य देश राहत सामग्री के लिए धन भेजते रहे हैं. इससे पहले भारत सरकार ने सहायता राशि की 25 लाख डॉलर की पहली किस्त भेजी थी.
युद्ध में यूएन के मारे गए 130 अधिकारी
गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध के बाद से संयुक्त राष्ट्र के अबतक 130 अधिकारियों मारे जा चुके हैं, इसलिए कई बार राहत सामग्री को पहुंचाने वाले कार्यक्रम बाधित हुए हैं. वेस्ट बैंक में इजरायली सेना की कार्रवाई के बाद यूएन कार्यक्रम को कई बार प्रभावित होना पड़ा है. सात अक्टूबर के बाद से अब तक लगभग तीन सौ से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, साथ ही हजारों की संख्या गिरफ्तार हुए हैं.
रोज मर रहे लोग
युद्ध शुरू होने के बाद गाजा में प्रतिदिन लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है और सैंकड़ों की संख्या में आम लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा मौतें उत्तरी गाजा के जबालिया में हुई है. 7 अक्टूबर के बाद से अब तक गाजा में 21 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.