भारत का भगोड़ा जाकिर नाइक पहुंचा पाकिस्तान, 28 अक्टूबर तक देगा मजहबी उपदेश
Zakir Naik: भारत का भगोड़ा जाकिर नाइक पाकिस्तान पहुंच गया है. वह यहां कराची लाहौर समेत कई बड़े शहरों में मजहबी उपदेश देने के लिए 28 अक्टूबर तक पाकिस्तान में रहेगा और अपनी यात्रा का समापन इस्लामाबाद में उपदेश देने के साथ करेगा. सबसे खास बात यह की नाइक यह यात्रा पाकिस्तान सरकार के निमंत्रण पर कर रहा है.
Zakir Naik: भारत का भगोड़ा कट्टरपंथी इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को लेकर बड़ी खबर आमने आई है. नाइक पाकिस्तान में लगभग अपने 1 महीने की यात्रा पर पहुंच गया है. वह यहां कराची लाहौर समेत कई बड़े शहरों में मजहबी उपदेश देने के लिए 28 अक्टूबर तक पाकिस्तान में रहेगा और अपनी यात्रा का समापन इस्लामाबाद में उपदेश देने के साथ करेगा. सबसे खास बात यह की नाइक यह यात्रा पाकिस्तान सरकार के निमंत्रण पर कर रहा है. इस बात की जानकारी पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से सामने आई है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नाइक इन शहरों में शुक्रवार की नमाज सभाओं का नेतृत्व और संबोधन भी करेगा. नाइक का स्वागत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के युवा कार्यक्रम के अध्यक्ष राणा मशहूद, धार्मिक मामलों के संसदीय सचिव शमशेर अली मजारी, धार्मिक मामलों के मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सैयद डॉ. अत्ता-उर-रहमान और अन्य लोगों ने न्यू इस्लामाबाद हवाई अड्डे पर किया है.
नफरत फैलाने वाला 'जाकिर नाइक' पाक पहुंच गया है।
— Apurva Singh (@iSinghApurva) September 30, 2024
सभी नामित आतंकवादी, 'कट्टरपंथी' और 'नफरत फैलाने' वाले लोगो के लिए 'पाकिस्तान' सबसे सुरक्षित देश है। pic.twitter.com/hZigiMlA8w
जाकिर नाइक ने पोस्ट कर दी यात्रा की जानकारी
जाकिर नाइक ने अपनी यात्रा के बारे में जानकारी अपने सोशल मीडिया पर साझा की, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान में अपने सार्वजनिक भाषणों के बारे में बताया. उनका दौरा 5 अक्टूबर से शुरू होगा, जिसमें वह कराची, लाहौर और इस्लामाबाद जाएंगे। सोमवार को उन्होंने एक वीडियो में बताया कि उन्होंने अपने भाषणों की संख्या क्यों कम की है.
मलेशिया भाग गया था जाकिर नाइक
जाकिर नाइक 2016 में मलेशिया चला गया था और तब से वह भारत में कानूनी परेशानियों का सामना कर रहा है, जिसमें नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप शामिल हैं. उसने कहा कि पहले वह एक शहर में लंबे समय तक भाषण देते थे, लेकिन अब वह सप्ताहांत में ही भाषण देता है, और इन सत्रों में दर्शकों की संख्या बहुत अधिक होती है.