International Tea Day: आज है अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस, जानिए भारत ने कैसे दिलाया चाय को उसका हक?
International Tea Day: आज के दिन 21 मई को International Tea Day के रूप में मनाया जाता है, इससे पहले हर वर्ष 15 दिसंबर को यह दिन मनाया जाता था।
हाइलाइट
- भारत सरकार ने साल 2015 में आधिकारिक तौर से अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) मनाने का प्रस्ताव रखा था
International Tea Day: चाय, यह दुनिया की सबसे पसंदीदा ड्रिंक है। भारतीय लोगों को चाय पीना बेहद ही पसंद होता है। हर वर्ष 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) के रूप में मनाया जाता है। इसका अहम मकसद चायपत्ती (Tea) की खपत और उसकी मांग को बढ़ाने पर जोर दिया जाता है।
21 मई चाय लवर्स के लिए बेहद ही खास दिन है। यह दिन उन सभी लोगों के लिए समर्पित है जो चाय पीना बेहद ही पसंद करते हैं। तो आइए जानते हैं इसके इतिहास और महत्व के बारे में।
जानिए क्या है इसका इतिहास?
जानकारी के अनुसार सबसे पहले चाय के सेवन चीन में 5 हज़ार साल पहले किया गया था। चीनी सम्राट शेन नुंग (Chinese Emperor Shen Nung) ने इसका पहली बार स्वाद चखा था। चाय की खोज चीन में ही 2737 ईसा पूर्व में की थी।
फिर बाद में अंग्रेजों ने साल 1824 में भारत में आकर पहली बार इसकी फसल उगाने की शुरुआत की थी। इसके बाद असम, दार्जलिंग और नीलगिरी में यह उगाई जाने लगी। वर्तमान में आज भारत में कथित तौर से करीबन 900,000 टन चाय का उत्पादन होता है।
भारत का बहुत बड़ा योगदान
जानकारी के लिए बता दें, की अब से दो साल पहले तक 15 दिसंबर के दिन अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) मनाया जाता था। लेकिन अब 21 मई को यह दिन मनाया जाता है। इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) रूप में मनाये जाने के पीछे भारत का काफी योगदान है।
पहले साल 2005 से हर वर्ष की 15 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) मनाया जाता रहा है। क्योंकि उस समय संयुक्त राष्ट्र की तरफ से कोई मान्यता प्राप्त नहीं दी गयी थी। फिर इसके बाद भारत सरकार ने साल 2015 में आधिकारिक तौर से अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) मनाने का प्रस्ताव रखा था।
जिसके बाद से ही अब हर 21 मई को यह दिन अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) के रूप में मनाया जाता है, चाय को इसका हक भारत ने ही दिलाया है।