इस कानून का हवाला देकर ईरान ने किया इजरायल पर हमला, जानिए क्या है ये
ईरान ने इजराइल पर हमला करने के बाद अपना बचाव भी कर लिया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इरान ने कहा कि इसने यूएन चार्टर के आर्टिकल 51 के तहत इजराइल पर हमला किया है.
Iran Israeli Tensions: इजराइल और ईरान के बीच युद्ध छिड़ गया है. जिसमें ईरान ने इस्राइल पर हमला किया. ये हमला UAV से किया गया है. 200 से ज्यादा मिसाइल इरान ने इजराइल पर दाग दी है. जिसके बाद जबावी कार्रवाई में कहा कि इजराइल ने सभी ड्रोन-मिसाइल मार गिराए. ईरानी हमले के बाद इजरायल ने वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई.
ईरान ने हमले के कुछ ही घंटों बाद युद्ध खत्म करने की बात कही है. युनाइटेड नेशन में ईरान ने कहा कि ये हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 पर आधारित था. जिसमें उन्होंने कहा कि ये हमला दमिश्क में तेहरान के वाणिज्य दूतावास पर हमले के जवाब में किया गया हमला था. इसमें इरान ने तर्क देते हुए बताया कि इजराइल के द्वारा किया गया यह हमला देश की संप्रभुता पर सीधा हमला था.
ईरान ने युद्ध खत्म करने की कही
ईरान ने इस हमले के बाद युद्ध को खत्म करने की बात कही है. यूनाइटेड नेशन का विवरण 51 देशों को हमलों की स्थिति में आत्मरक्षा (आत्मरक्षा) का अधिकार देता है. ईरान ने इसी का दावा करते हुए इजराइल पर हम का बचाव कर लिया.
क्या है UN का अनुच्छेद 51?
संयुक्त राष्ट्र के किसी भी सदस्य के खिलाफ यदि सशस्त्र हमला होता है, तो वह इस हिस्से के तहत अपना बचाव कर सकता है. यानी उसके पास यह अधिकार होगा कि वो अपनी आत्मरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए. इस प्रयास में वो जो कुछ भी चाहेगा, उसकी जानकारी सुरक्षा परिषद को देनी होगी. इस दौरान सुरक्षा परिषद के अधिकार और दायित्व प्रभावित नहीं होंगे. यूनाइटेड नेशन का ये अनुच्छेद अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखने और बहाल करने के लिए दस्तावेज़ सिद्ध होता है.
300 से ज्यादा एयरस्ट्राइक
ईरान ने इजराइल पर उस वक्त हमला कर दिया, जब दुनिया सो रही थी. रात भर ईरान ने इजराइल पर हमले किये. ईरान ने इजराइल पर 300 से अधिक बड़े हमले किये. इस दौरान ईरान ने इजराइल की ओर 185 ड्रोन, 110 सरफेस टू सरफेस मिसाइल, 36 क्रूज मिसाइल दागे. इजराइल पर ईरानी हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इज़रायल में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है.