अमेरिका बाद में, पहले तुम पिटोगे..' ईरान ने ओमान और इराक को दी धमकी
मध्य पूर्व में एक बार फिर तनाव गहराता जा रहा है. अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते को लेकर विवाद चरम पर है, और इसी बीच ईरान ने अपने पड़ोसी मुस्लिम देशों ओमान और इराक को सख्त चेतावनी दी है। ईरान ने साफ कहा है कि अगर इन देशों ने अमेरिका को ईरान पर हमला करने के लिए अपने सैन्य ठिकानों का इस्तेमाल करने दिया, तो अमेरिका से पहले उन्हें निशाना बनाया जाएगा.

मध्य पूर्व में तनाव का पारा एक बार फिर चढ़ गया है. अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते को लेकर जारी विवाद के बीच ईरान ने अपने दो पड़ोसी मुस्लिम देशों ओमान और इराक को खुली चेतावनी दे डाली है. ईरान ने साफ कर दिया है कि अगर इन देशों ने अमेरिका को अपने सैन्य बेस इस्तेमाल करने दिए, तो उसका पहला हमला अमेरिका पर नहीं,इन दो मुस्लिम देशों पर होगा.
डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों और इजराइल-गाजा युद्ध में अमेरिका की भूमिका ने ईरान को और भड़का दिया है. अब ईरान न सिर्फ अमेरिका की परमाणु डील की शर्तों को खारिज कर रहा है, बल्कि अप्रत्यक्ष वार्ता जारी रखने का संकेत भी दे रहा है.
ईरान की सख्त चेतावनी
एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि ईरान अमेरिकी धमकियों से डरने वाला नहीं है. अगर अमेरिका ने हमला किया, तो हम जवाब देने से नहीं चूकेंगे. ईरान का कहना है कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सीधी बातचीत की मांग को अस्वीकार करता है, लेकिन ओमान के जरिए अप्रत्यक्ष बातचीत के लिए दरवाजा खुला है.
ओमान और इराक को चेतावनी
ईरान ने सीधे तौर पर ओमान और इराक को चेताया है कि अगर उन्होंने अमेरिका को ईरान पर हमले के लिए अपने एयरबेस दिए, तो वे खुद पहले निशाने पर होंगे. ईरान ने दो टूक कहा, “अगर तुम हमारे खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई का हिस्सा बने, तो अमेरिका बाद में, तुम पहले भुगतोगे. यह बयान उस समय आया है जब अमेरिका के कई एयरबेस इन दोनों देशों में स्थित हैं और हमले की स्थिति में इनका इस्तेमाल होना तय माना जा रहा है.
गाजा युद्ध के बाद और भड़का ईरान
गाजा में इजराइल की बमबारी और उस पर ईरान समर्थित एक्सिस ऑफ रेसिस्टेंस की जवाबी कार्रवाई ने पूरे क्षेत्र को उबाल पर ला दिया है. ट्रंप प्रशासन ईरान समर्थित गुटों को लगातार टारगेट कर रहा है, जिससे ईरान और अमेरिका के रिश्ते और ज्यादा तनावपूर्ण होते जा रहे हैं.
ईरान ने खारिज की परमाणु डील पर ट्रंप की शर्तें
डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के मुताबिक अगर ईरान ने नई न्यूक्लियर डील को स्वीकार नहीं किया, तो अमेरिका उस पर बमबारी करेगा. लेकिन ईरान ने स्पष्ट किया कि वह किसी भी हाल में परमाणु कार्यक्रम को रोकने या सीधी बातचीत की शर्त को नहीं मानेगा.
बातचीत के लिए ओमान बना पुल
हालांकि ईरान ने ओमान को बातचीत के लिए “मैसेज चैनल” के रूप में बनाए रखा है, लेकिन साथ ही यह चेतावनी भी दी है कि अगर ओमान ने सैन्य मदद दी, तो वह उसकी रक्षा नहीं करेगा.
एक चिंगारी और जल सकता है पूरा इलाका
ईरान, अमेरिका, इजराइल और उनके सहयोगी देशों के बीच जो तनातनी है, वह अब सिर्फ राजनीतिक नहीं रही. इसमें धार्मिक, क्षेत्रीय और सामरिक गहराइयां जुड़ चुकी हैं. ईरान की चेतावनियां साफ इशारा कर रही हैं कि मध्य-पूर्व कभी भी बड़ी लड़ाई की चपेट में आ सकता है.


