ईरान के परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग, इजराइल का हाथ या संयोग

गुरुवार को ईरान के करज परमाणु संयंत्र में भीषण आग लग गई, जिससे पूरा क्षेत्र धुएं से भर गया. आग के कारण और हताहतों की संख्या की जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है. यह घटना उस वक्त हुई है जब ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ रहा है. आग लगने की घटना ने हड़कंप मचा दिया है. जबकि ईरानी सरकारी मीडिया चुप है, स्थानीय मीडिया इस पर सक्रिय है. क्या यह आग प्राकृतिक थी या इजराइल की कोई रणनीति जानें इस रहस्य और तनाव के पीछे की सच्चाई!

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Iran Nuclear Plant Fire: गुरुवार, 24 अक्टूबर को ईरान के करज स्थित परमाणु ऊर्जा संयंत्र में एक भीषण आग लग गई, जिसने पूरे संयंत्र को धुएं से भर दिया. इज़रायली मीडिया के अनुसार, आग की तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें संयंत्र घने धुएं में लिपटा हुआ नजर आ रहा है. इस घटना का कारण क्या है और क्या कोई हताहत हुए हैं, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

करज संयंत्र पर पिछले हमले

करज परमाणु संयंत्र कोई नया लक्ष्य नहीं है. इससे पहले भी, 2022 में इस पर हमले किए गए थे, जिसके बाद ईरान ने संयंत्र से अपने सेंट्रीफ्यूज मशीनों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया था. उस समय ईरान ने इजराइल को इस हमले का जिम्मेदार ठहराया था, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया था.

हालिया घटनाक्रम और तनाव

यह आग तब लगी है जब ईरान और इज़राइल के बीच तनाव बढ़ रहा है. हाल ही में, ईरान ने इज़राइल पर बड़े पैमाने पर मिसाइल हमले की धमकी दी थी, खासकर 7 अक्टूबर को जब इज़राइल पर हमास द्वारा हमला हुआ था. इस प्रकार की घटनाएं न केवल दो देशों के बीच की स्थिति को और जटिल बनाती हैं, बल्कि इससे क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी सवाल उठते हैं.

अंतर्राष्ट्रीय चिंता

ईरान का परमाणु कार्यक्रम वर्षों से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की नजर में है. कई देशों का मानना है कि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा है, जिससे उसकी परमाणु गतिविधियों पर चिंता और बढ़ गई है. इस आग की घटना ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं.

करज परमाणु संयंत्र में आग लगने की इस घटना ने न केवल ईरान की सुरक्षा को चुनौती दी है, बल्कि इसके पीछे के कारणों की जांच की आवश्यकता को भी उजागर किया है.

क्या यह इज़राइल की किसी रणनीति का हिस्सा है, या यह एक अनियोजित घटना है? आने वाले समय में जब इस मामले की जांच होगी, तब और भी जानकारी सामने आएगी. ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव का असर न सिर्फ दोनों देशों पर बल्कि पूरे क्षेत्र पर भी पड़ सकता है. इसलिए, इस घटनाक्रम पर नज़र रखना जरूरी होगा.  First Updated : Thursday, 24 October 2024