ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई का इजराइल को कड़ा संदेश: हमला न बढ़ा-चढ़ाकर, न कम करके आंकें!

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई ने हाल ही में इजराइल के हमले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस हमले को न तो बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना चाहिए और न ही कम करके आंकना चाहिए. खामनेई ने यह भी बताया कि ईरान स्थिति का गंभीरता से आकलन कर रहा है. जानें खामनेई के बयान का असली मतलब क्या है और ईरान इस मामले में क्या कदम उठाएगा

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Khamenei Strong Message On Israel: इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए हालिया हमले के बाद, पूरी दुनिया ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही थी. शनिवार को हुए इस हमले में चार ईरानी सैनिक मारे गए थे. रविवार को, खामनेई ने इन सैनिकों के परिजनों से मिलने के बाद पहली बार इस हमले पर अपने विचार व्यक्त किए.

खामनेई ने कहा कि इस हमले को न तो बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना चाहिए और न ही इसे हल्का करना चाहिए. उनका कहना था कि ईरान को इस स्थिति को गंभीरता से आंकना होगा. उन्होंने गाजा और लेबनान में चल रहे इजराइली हमलों को रोकने के प्रयासों पर जोर दिया. खामनेई के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि ईरान इस मामले में संतुलित प्रतिक्रिया देना चाहता है.

ईरान का संभावित जवाब

ईरान की सेना पहले ही कह चुकी है कि युद्ध विराम किसी भी जवाबी हमले से बेहतर है. ईरानी अधिकारियों ने यह भी कहा है कि उनके पास जवाब देने का अधिकार है. यह बयान इस बात का संकेत देता है कि ईरान इजराइल के हमले का जवाब देने के बजाय गाजा-लेबनान में शांति स्थापित करने को प्राथमिकता दे रहा है.

खामनेई का संदेश

खामनेई ने अपने बयान में कहा, 'इजराइली शासन की दुष्टता पूर्ण कार्रवाइयों को न तो बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाना चाहिए और न ही कम करके आंका जाना चाहिए.' उन्होंने यह भी कहा कि इजराइल की गलतफहमियों को दूर करने की जरूरत है और उन्हें ईरानी राष्ट्र की ताकत को समझना चाहिए. उनका कहना था कि ईरान की ताकत और इच्छाशक्ति को इजराइली शासन तक पहुंचाना अधिकारियों की जिम्मेदारी है.

खामनेई का यह बयान इस बात का संकेत है कि ईरान मौजूदा हालात में संयम बरतने की कोशिश कर रहा है. वे चाहते हैं कि इस संघर्ष में किसी भी प्रकार की उत्तेजना से बचा जाए और स्थिति को सही तरीके से संभाला जाए. इजराइल के साथ इस तनाव के बीच, ईरान का यह संतुलित दृष्टिकोण महत्वपूर्ण हो सकता है. अब देखना होगा कि ईरान अपनी रणनीति कैसे आगे बढ़ाता है और इस स्थिति का हल कैसे निकालता है. First Updated : Sunday, 27 October 2024