ईरान की गुप्त सुरंग: खतरनाक हथियारों का भंडार या तबाही की नई चाल?
ईरान की रहस्यमयी सुरंगों का रहस्य दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. इन भूमिगत ठिकानों में आधुनिकतम मिसाइलें और घातक हथियार छिवाने की बात की जा रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह सुरंगें ईरान की सैन्य रणनीति का अहम हिस्सा है, जो किसी भी संभावित संघर्ष में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं.. अमेरिका और इजरायल को चुनौती देने के लिए ईरान ने पहले भी अपनी ताकत का प्रदर्शन कर चुका है. क्या ये सुरंगें भविष्य की जंग का नया मोर्चा बन सकती हैं?

इंटरनेशनल न्यूज. ईरान ने अपने तीसरे भूमिगत मिसाइल शहर का वीडियो जारी किया है. 85 सेकंड के इस वीडियो में सुरंगों के अंदर मिसाइलें और आधुनिक हथियार दिखाए गए हैं. यह वीडियो ऐसे समय में जारी किया गया है जब डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ईरान को अपना परमाणु कार्यक्रम बंद करने की चेतावनी देने की समय सीमा नजदीक आ रही है. ईरानी के सरकारी मीडिया ने यह वीडियो जारी किया है. इसमें फौज के मेजर जनरल मो. होसैन बाघेरी और ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड (आईआरजीसी) एयरोस्पेस फोर्स के प्रमुख अमीर अली हाजीजादेह शामिल हैं.
वीडियो में दिखीं आधुनिक मिसाइलें और हथियार
वीडियो में इजरायल पर हमले में इस्तेमाल की गई मिसाइलें दिखाई गईं. दोनों अधिकारी एक सैन्य वाहन में सुरंगों के अंदर यात्रा कर रहे हैं और उनके चारों ओर ईरान की आधुनिक मिसाइलें और खतरनाक हथियार दिखाई दे रहे हैं. ईरान की सबसे खतरनाक खैबर शकील, कादर-एच, सेजिल और पावेह लैंड अटैक क्रूज मिसाइलें भी दिखाई दे रही हैं. रिपोर्टों के अनुसार, इन हथियारों का इस्तेमाल हाल ही में इजरायल पर हुए हमले में किया गया. ये हथियार खुले में, लंबी सुरंगों और गुफाओं में मौजूद हैं. अगर इन सुरंगों पर हमला किया गया तो खतरनाक विस्फोट होने की आशंका है.
इससे पहले भी एक फुटेज सामने आई थी.
नवंबर 2020 में ईरान के गुप्त बैलिस्टिक मिसाइल बेस की फुटेज भी सामने आई थी. इनमें हथियारों और मिसाइलों को भूमिगत सुरंगों में स्वचालित रेल नेटवर्क के जरिए ले जाया जा रहा था. तीन साल बाद, 2023 में, ईरान ने एक और भूमिगत परिसर का फुटेज जारी किया. इस भवन का निर्माण लड़ाकू विमानों को रखने और उनकी सुरक्षा के लिए किया गया था.
ट्रंप ने ईरान को दिया दो महीने का समय
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान से नये अमेरिकी परमाणु समझौते को स्वीकार करने को कहा है. इस समझौते में ईरान को अपना परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से समाप्त करना होगा. इसके तहत वह यूरेनियम संवर्धन और मिसाइल विकास कार्य नहीं कर सकेगा. अमेरिका ने कहा है कि यदि ईरान ऐसा नहीं करता है तो उसे कड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा. सैन्य कार्रवाई भी की जा सकती है.
बैलिस्टिक मिसाइल
बैलिस्टिक मिसाइलें वे मिसाइलें होती हैं जो अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एक बैलिस्टिक पथ का अनुसरण करती हैं. ये मिसाइलें अपने प्रक्षेपण के बाद एक ऊर्ध्वाधर दिशा में उड़ती हैं और फिर अपने लक्ष्य की ओर गिरने लगती हैं. बैलिस्टिक मिसाइलें आमतौर पर लंबी दूरी की मिसाइलें होती हैं और इनमें परमाणु या अन्य विनाशकारी हथियार लगे हो सकते हैं.
क्रूज मिसाइल
क्रूज मिसाइलें वे मिसाइलें होती हैं जो लक्ष्य तक पहुंचने के लिए एक निम्न ऊंचाई वाले पथ का अनुसरण करती हैं। ये मिसाइलें अपने प्रक्षेपण के बाद एक निम्न ऊंचाई पर उड़ती हैं और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती हैं। क्रूज मिसाइलें आमतौर पर मध्यम दूरी की मिसाइलें होती हैं और इनमें विभिन्न प्रकार के हथियार लगे हो सकते हैं। क्रूज मिसाइलें अपने लक्ष्य को सटीकता से मारने में सक्षम होती हैं और ये मिसाइलें विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों पर हमला करने में उपयोग की जा सकती हैं।