HMPV Virus: कोरोना महामारी के पांच साल बाद अब चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के बढ़ते मामलों ने दुनिया भर में चिंता बढ़ा दी है. इस वायरस के केस अब चीन से बाहर भी सामने आने लगे हैं, जिनमें भारत भी शामिल है. बेंगलुरु में एक 8 महीने का बच्चा इस वायरस से पॉजिटिव पाया गया है. मलेशिया में भी इस वायरस के मामलों के बाद सरकार ने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है, और हांगकांग में भी एक केस रिपोर्ट हुआ है.
चीन के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) ने बताया कि यह वायरस खासतौर पर बच्चों, कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक हो सकता है. इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं, जिनमें खांसी, बुखार, नाक बंद होना और घरघराहट शामिल हैं. कभी-कभी यह ब्रोंकाइटिस और निमोनिया का कारण भी बन सकता है. CDC ने यह भी बताया कि जिन लोगों को पहले से स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उनके लिए HMPV संक्रमण से मृत्यु भी हो सकती है.
वर्तमान में HMPV के लिए कोई टीका या दवा उपलब्ध नहीं है. इसका इलाज मुख्य रूप से लक्षणों को कम करने पर आधारित है. 2021 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, 5 साल से छोटे बच्चों में श्वसन संक्रमण के कारण होने वाली मौतों में 1% HMPV के कारण हो सकती है. हालांकि, वायरस के बढ़ते मामलों के बीच चीन ने इसे कम करके नहीं बताया. बीजिंग के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने हाल ही में कहा था कि सर्दियों के मौसम में श्वसन संक्रमण बढ़ जाते हैं, लेकिन चीन में यात्रा करना सुरक्षित है.
HMPV कोई नया वायरस नहीं है. इसे 2001 में खोजा गया था और यह पहले भी दुनिया के कई देशों में रिपोर्ट हो चुका है. हालांकि, विशेषज्ञों ने इसे अभी महामारी का खतरा नहीं बताया है, लेकिन चीन में बढ़ते मामलों के कारण दुनिया भर में चिंता बनी हुई है. First Updated : Monday, 06 January 2025