सुनीता विलियम्स की हेल्थ से खेल रहा NASA? फिर टली वापसी तो एक्सपर्ट ने स्वास्थ्य पर जताई चिंता, जानें क्या बोले
नासा ने सुनीता विलियम्स को वापस लाने के लिए फरवरी, 2025 के लिए मिशन तैयार किया था. अब यह मिशन एक महीने के लिए टल गया है.अपडेट के मुताबकि, मार्च 2025 से पहले दोनों की वापसी नहीं हो पाएगी.
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर स्पेस में फंस गए हैं. उन्हें अंतरिक्ष में 8 दिन बिताकर धरती पर वापस आना था, लेकिन 6 महीने बीत चुके हैं और दोनों अंतरिक्ष यात्री अभी भी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर ही हैं. अब उनकी वापसी को मार्च तक टाल दिया गया है. इसके साथ ही उनका नाम नासा के उन अंतरिक्ष यात्रियों की सूची में शामिल हो सकता है, जिन्होंने अंतरिक्ष में 300 से ज्यादा दिन बिताए हैं. अब तक केवल 5 अंतरिक्ष यात्री इतना लंबा मिशन पूरा कर सके हैं. इस बीच हेल्थ एक्सपर्ट ने अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर नई चिंताएं जाहिर की हैं.
खुद से चलना होगा मुश्किल
बायोमेडिकल इंजीनियर डॉ. जॉन जैक्विश ने डेलीमेल को बताया कि 'जब तक दोनों अंतरिक्ष यात्री धरती पर वापस आएंगे, उन्हें नाजुक फ्रैक्चर का अत्यधिक जोखिम होगा।' उन्होंने कहा कि 'वे शायद खुद से चलने में सक्षम नहीं होंगे। अंतरिक्ष यान से उन्हें उतारने में स्ट्रेचर की मदद लेनी पड़ सकती है और शरीर को फिर से तैयार करने में महीनों लगेंगे.
आखिरकार, नासा ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाने के लिए फरवरी, 2025 के लिए मिशन तैयार किया था. हालांकि, अब यह मिशन भी एक महीने के लिए टल गया है. नासा की ओर दिए गए अपडेट के मुताबिक, मार्च 2025 से पहले दोनों की वापसी नहीं हो पाएगी.
अंतरिक्ष में लंबे मिशन के बाद अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ऐसा होना असामान्य नहीं है, लेकिन डॉक्टरों ने सुनीता विलियम्स के लिए विशेष चिंता जाहिर की है. उनका कहना है कि विलियम्स में पहले से ही वजन कम होने और कमजोरी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. हालांकि, नासा ने इस अफवाहों का खंडन किया है.
कैलिफोर्निया स्थित साइकोलॉजिस्ट कैरोल लिबरमैन ने कहा कि विलियम्स और विल्मोर को मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरे का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष यात्रियों को तनाव से निपटने का तरीका सिखाया जाता है, लेकिन 300 दिनों का यह उतार-चढ़ाव उनकी अपेक्षाओं से परे है. लिबरमैन ने कहा कि अंतरिक्ष यात्रा खुद को वापसी के लिए दी गई तारीख के लिए तैयार करते हैं, लेकिन हर बार इसमें देरी होती है तो यह उनके दिमाग पर असर डालता है.
ऐसे में आइए जानते हैं कि दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेस के लिए कब रवाना हुए थे? क्या वाकई सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फंस चुकी हैं? आखिरी नासा उन्हें वापस क्यों नहीं ला पा रहा है.
6 जून को ISS पर पहुंची थीं सुनीता विलियम्स
सुनीता विलियम्स और उनके सहयात्री बुच विल्मोर बीते 6 महीने से अंतरिक्ष में फंसे हुई हैं. दोनों इस समय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर हैं. दोनों अंतरिक्ष यात्री 5 जून को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर सवार होकर स्पेस में गए थे, जो 6 जून को अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचा था. दोनों एस्ट्रोनॉट्स को 8 दिन में वापस लौटना था, इसी दौरान स्टारलाइनर में तकनीकी समस्या आ गई, जिसके बाद चालक दल के बिना ही स्टारलाइनर पृथ्वी पर वापस लौट आया. स्टारलाइनर 6 सितंबर को सफलतापूर्वक वापस लौटा था. इस बारे में NASA ने बताया था कि स्टारलाइनर के साथ दोनों यात्रियों को वापस लाना काफी जोखिम भरा था.
NASA ने तैयार किया अगला मिशन
बोइंग के स्टारलाइनर के धरती पर वापस आने के बाद सुनीता विलियम्स और विल्मोर की वापसी के लिए नासा ने अगला मिशन तैयार किया. इसके तहत 24 सितंबर को स्पेसएक्स क्रू-9 को लॉन्च किया गया. नासा ने इस मिशन के तहत चार की जगह सिर्फ दो अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में भेजा था. अंतरिक्ष यान की दो सीटें खाली रखी गई थीं, जिससे फरवरी में वापसी के समय विलियम्स और विल्मोर धरती पर वापस आ सकें.
अब क्यों टला मिशन?
अब नासा ने कहा है कि जिस क्रू-10 को क्रू-9 की जगह स्पेस में भेजा जाना था, उसकी लॉन्चिंग मार्च 2025 से पहले नहीं हो पाएगी. नासा ने कहा है कि फंसे हुए अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने से पहले क्रू के पहले सेट को लॉन्च करने की जरूरत है, इसलिए अगले मिशन को एक महीना आगे बढ़ा दिया गया है. बता दें, नासा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर हर 6 महीने में अंतरिक्ष यात्रियों का सेट भेजता है. इसी के तहत क्रू-10 स्पेस स्टेशन में क्रू-9 की जगह लेगा.