महिलाओं की त्रासदी: ISIS के कब्जे में सेक्स गुलामी का काला सच, खाते थे बच्चों का मांस
आतंकियों के कैंप से 10 साल बाद लौटी एक सेक्स गुलाम ने अपनी आपबीती दुनिया के सामने खोलकर रख दी है. उसने बताया कि किस तरह से उसका अपहरण किया गया और सेक्स गुलाम बना दिया गया.
ISIS आंतकियों के पास संभोग के लिए होती हैं सेक्स गुलाम, इस महिला की कहानी सुन उड़ जाएंगे होशISIS आतंकवादियों के कैंप में क्या-क्या होता है, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है. लेकिन वहां से लौटी महिला ने जो बताया, वह सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे. महिला ने बताया कि उसको 11 साल की उम्र में किडनैप कर लिया गया था और बाद में सेक्स गुलाम बना दिया. 10 साल तक नरक में रहनी वाली महिला का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
महिला ने बताया कि 11 साल की उम्र में उसे अगवा कर लिया गया था. 10 साल तक आतंकवादियों के कैंप रहने के बाद वह लौटी है. महिला ने बताया कि गाजा में हमास द्वारा बंदी बनाए जाने से पहले उसे पका हुआ बच्चे का मांस खिलाया जाता था.
10 years in hell sex slave who was kidnapped at 11 reveals she was fed cooked babies before being kept prisoner by Hamas in Gaza.
— Azat (@AzatAlsalim) October 18, 2024
Starvation started to set in 4 days after Fawzia was kidnapped.
Handed plates of meat,she and other desperate women realised something was wrong… pic.twitter.com/ATl1i4jIxC
सेक्स गुलाम ने बताया कि जब उसका अपहरण हुआ, उसके 4 दिन बाद ही 4 दिन बाद भुखमरी शुरू हो गई. जब मांस की प्लेटें उसके हांथ में आई तो वह हैरान रह गई. कैंप में उसी के जैसी अन्य महिलाएं भी थी. हाथ में प्लेट आने के बाद सभी महिलाओं को लगा कि उनके साथ कुछ गलत हो रहा है.
इस देश से महिला का हुआ था अपहरण
सेक्स गुलाम ने बताया कि कुछ दिनों बाद उन्हें पता चला कि वे मारे गए बच्चों का मांस खा रहे थे. महिला ने बताया कि दस साल तक उनकी जिंदगी नरक जैसी थी. इन महिलाओं को इराक में उनके घर से अगवा किया गया था. सीरिया में गुलाम के रूप में खरीदा और बेचा गया, इसके बाद उन्हें गाजा पट्टी में बंदी बनाकर रखा गया.
आतंकियों के कैंप इस महीने छूटी महिला
फिलहाल, इस महीने की शुरुआत में उसे बचा लिया गया, जब उसने ऑनलाइन मदद के लिए गुहार लगाई थी. इस महिला ने अपने 10 साल नरकीय जीवन का खुलासा द सन के साथ किया है. महिला ने बताया कि ISIS आतंकियों और हमास आतंकियों के बीच कोई अंतर नहीं है.