इजरायल का प्रतिशोध! ईरान के सैन्य ठिकानों पर किया जोरदार हमला, राजधानी में गूंजे धमाके

Israel-Iran War: इजरायल ने आज सुबह सुबह ईरान के सैन्य ठिकानों पर सुबह-सुबह जोरदार हमला किया है. इजरायल ने कहा कि यह हमला ईरान द्वारा एक अक्टूबर को किए गए हमलों के जवाब में है. इजराइल ने ईरान के कई शहरों में हवाई हमले किए जिसकी पुष्टि IDF ने सोशल मीडिया पर की है.

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Israel-Iran War: इजरायल ने शनिवार तड़के ईरान पर पलटवार किया है और ईरान के सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागीं. इजरायल ने कहा कि यह हमला ईरान द्वारा एक अक्टूबर को किए गए हमलों के जवाब में है. वहीं इन हमले से ईरान में नुकसान की तत्काल कोई जानकारी नहीं है. इजरायल की सेना ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि हमले ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए.

इजरायल ने शनिवार सुबह ईरान के सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया. यह कार्रवाई एक अक्टूबर को ईरान द्वारा किए गए हमलों के जवाब में की गई है. इस हमले से ईरान में होने वाले नुकसान की कोई तत्काल जानकारी नहीं मिली है, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है.

इजराइल का प्रतिशोध

इजराइल राज्य के खिलाफ ईरान शासन की ओर से महीनों तक लगातार किए गए हमलों के जवाब में—फिलहाल इजराइल रक्षा बल ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर रहे हैं. ईरान में शासन और क्षेत्र में उसके प्रतिनिधि 7 अक्टूबर से सात मोर्चों पर लगातार इजरायल पर हमला कर रहे हैं, जिसमें ईरानी धरती से सीधे हमले भी शामिल हैं.

इजरायली सेना ने अपने देश की रक्षा को लेकर कही ये बात

दुनिया के हर दूसरे संप्रभु देश की तरह, इजरायल राज्य के पास भी प्रतिक्रिया देने का अधिकार और कर्तव्य है. हमारी रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताएं पूरी तरह से सक्रिय हैं. हम इजरायल राज्य और इजराइल के लोगों की रक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेंगे.

ईरान की तैयारियां

इससे पहले, ईरान के नेताओं ने अपने सशस्त्र बलों को इजरायली हमलों के संभावित खतरे के मद्देनजर युद्ध के लिए तैयार रहने का आदेश दिया था. ईरानी अधिकारियों का कहना है कि उनकी जवाबी कार्रवाई की सीमा हमलों की गंभीरता और पैमाने पर निर्भर करेगी. इजरायल की सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमले के बाद से ईरान समर्थित आतंकी संगठन लगातार इजरायल पर हमले कर रहे हैं. इजरायल ने स्पष्ट किया कि उसे अपने देश की रक्षा करने का अधिकार है और वह जवाब देने के लिए बाध्य है.

मिडिल-ईस्ट का तनाव

यह हमला मिडिल-ईस्ट में बढ़ते तनाव का संकेत है. इजरायल और ईरान के बीच लगातार बढ़ती हिंसा से क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति और बिगड़ सकती है. दोनों देशों के बीच यह संघर्ष न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है. इजरायल का यह हमला एक बार फिर से मिडिल-ईस्ट में सुरक्षा स्थिति को जटिल बना रहा है. भविष्य में और हमलों की संभावना को देखते हुए सभी देशों को इस स्थिति का गंभीरता से विचार करना चाहिए. First Updated : Saturday, 26 October 2024