इजरायल-हमास के बीच युद्ध खत्म, ट्रंप और बाइडेन के बीच क्रेडिट की मची होड़
Israel-Hamas ceasefire: इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम समझौता हो गया है. डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन दोनों ही इसका क्रेडिट ले रहे हैं. ट्रंप ने इसे अपनी "प्रेरक शक्ति" का परिणाम बताया, जबकि बाइडेन ने इसे अपनी कूटनीति और दबाव के कारण हासिल की सफलता कहा.
Israel-Hamas ceasefire: इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से चल रहा युद्ध आखिरकार समाप्त हो गया है. इसके बाद ट्रंप और बाइडेन दोनों ही इस समझौते का श्रेय लेने में लगे हुए हैं. दोनों नेताओं ने इस महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलतापूर्वक वार्ता के बाद अपनी-अपनी भूमिका को लेकर बयान दिए हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक नई हलचल पैदा हो गई है.
यह युद्धविराम समझौता बुधवार को संपन्न हुआ, जिसमें इजरायल और हमास के बीच गाजा में संघर्ष रुकने की बात की गई है. इस समझौते के बाद ट्रंप और बाइडेन दोनों ने इसे अपनी कूटनीतिक सफलता बताया, लेकिन हर एक ने इसे अपनी व्यक्तिगत श्रेणी में लाकर इसे ऐतिहासिक बताया.
ट्रंप ने अपनी प्रेरक शक्ति के रूप में पेश किया समझौता
राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप ने इस युद्धविराम समझौते को अपनी प्रेरक शक्ति के रूप में पेश किया. उनका कहना था कि यह महत्वपूर्ण कदम उनकी कूटनीतिक नीतियों के तहत ही संभव हुआ. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "यह महत्वपूर्ण युद्धविराम समझौता केवल नवंबर में हमारी ऐतिहासिक जीत के परिणामस्वरूप ही संभव हो सका, क्योंकि इसने पूरे विश्व को संकेत दिया कि मेरा प्रशासन शांति की तलाश करेगा और सभी अमेरिकियों तथा हमारे सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समझौतों पर बातचीत करेगा."
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी इस संदर्भ में ट्रंप को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने बंधकों की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
बाइडेन ने बताया कूटनीति का परिणाम
वहीं, निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस समझौते को अपनी कूटनीति का परिणाम बताते हुए कहा कि यह मई में तय की गई योजना का "सटीक रूपरेखा" के तहत हुआ है. बाइडेन ने अपने बयान में कहा, "यह न केवल हमास पर पड़ रहे अत्यधिक दबाव और लेबनान में युद्ध विराम तथा ईरान के कमजोर होने के बाद बदले क्षेत्रीय समीकरण का परिणाम है, बल्कि यह दृढ़ और श्रमसाध्य अमेरिकी कूटनीति का भी परिणाम है." बाइडेन ने इस सफलता को अपनी कूटनीतिक टीम के निरंतर प्रयासों का परिणाम बताया. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका प्रशासन इस समझौते को सुनिश्चित करने के लिए हमेशा काम करता रहा है.
ट्रंप-बाइडेन के बीच क्रेडिट की होड़
यह कूटनीतिक संघर्ष ऐसे समय में हुआ है जब ट्रंप और बाइडेन दोनों ही इस समझौते को अपने राष्ट्रपति पद की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देख रहे हैं. बाइडेन प्रशासन ने महीनों तक शांति वार्ता के लिए निरंतर प्रयास किए, जिनमें बार-बार विफलताओं के बावजूद यह युद्धविराम अंततः हासिल किया गया. अमेरिकी और इजरायली बंधकों की वापसी और गाजा के आतंकवादियों से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दोनों देशों ने इस युद्धविराम को एक नई उम्मीद के रूप में देखा.