Israel-Hamas conflict: मिडिल ईस्ट में बढ़ा तनाव, ग्लोबल एयरलाइंस ने रोकी अपनी सेवाएं

Israel-Hamas conflict: इजराइल और हमास के बीच जारी जंग से मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ गया है. इस बीच कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों ने इस क्षेत्र के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं, जिसमें एयर इंडिया भी शामिल है. एयर इंडिया ने तेल अवीव के लिए अपनी उड़ानों को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा की है. यह फैसला क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बाद लिया गया है, विशेष रूप से आतंकवादी समूहों हमास और हिजबुल्लाह के प्रमुख नेताओं की हत्या के बाद, जिससे बहुत बड़े संघर्ष की आशंका बढ़ गई है.

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Edited By: JBT Desk

Israel-Hamas conflict: मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के कारण कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों ने इस क्षेत्र के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं, जिसमें एयर इंडिया भी शामिल है. एयर इंडिया ने तेल अवीव के लिए अपनी उड़ानों को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा की है. शुक्रवार को एयर इंडिया ने बताया कि ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष के चलते इलाके में तनाव बढ़ गया है, इसलिए उड़ानों को तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया गया है. एयरलाइन ने कहा कि मौजूदा स्थिति के कारण उन्होंने तेल अवीव के लिए अपनी उड़ानें रोक दी हैं. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह फैसला क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बाद लिया गया है, विशेष रूप से आतंकवादी समूहों हमास और हिजबुल्लाह के प्रमुख नेताओं की हत्या के बाद, जिससे बहुत बड़े संघर्ष की आशंका बढ़ गई है. इस बीच अन्य एयरलाइनों ने भी हालात के अनुसार अपनी उड़ान टाइम टेबल में बदलाव किया है. 

कई देशों के लिए उड़ाने रद्द 

एयर फ्रांस ने पेरिस और बेरूत के बीच अपनी उड़ानों के निलंबन को 11 अगस्त तक बढ़ा दिया है, जबकि डेल्टा एयरलाइंस ने न्यूयॉर्क और तेल अवीव के बीच अपनी उड़ानों को 31 अगस्त तक रद्द कर दिया है. अल्जीरियाई एयरलाइन ने लेबनान से आने-जाने वाली उड़ानों को अगले आदेश तक बंद कर दिया है। एक जर्मन एयरलाइन ने कहा है कि वह 13 अगस्त तक ईरान और इराक के हवाई क्षेत्र से दूर रहेगी और तेल अवीव, तेहरान, और बेरूत की उड़ानें रोक देगी. सिंगापुर एयरलाइंस ने भी ईरानी हवाई क्षेत्र से बचने के लिए अपने मार्गों में बदलाव किया है.

गाजा युद्ध के दौरान तेहरान में हमास के एक प्रमुख नेता की हत्या के बाद इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है.  ईरान ने इजरायल को इस हत्या का दोषी ठहराया है और कड़ी प्रतिक्रिया देने की धमकी दी है.  हिजबुल्लाह, हमास, और अन्य समूहों ने इस हत्या का बदला लेने की कसम खाई है, जिससे क्षेत्रीय युद्ध की संभावना बढ़ गई है और हिंसा को रोकने के लिए बड़े प्रयास किए जा रहे हैं. 

रूस ने जारी किया नोटिस 

मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के चलते, ईरान के सहयोगी रूस ने  एक नोटिस टू एयरमेन (NOTAM) जारी किया है. इसमें कहा गया है कि रात के समय रूसी हवाई अड्डों से इजरायली हवाई अड्डों पर जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। यह प्रतिबंध 9 अगस्त से 16 अगस्त तक लागू रहेगा और इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है, क्योंकि तेहरान इजरायल पर संभावित हमले की तैयारी कर रहा है.

ईरान के संभावित हमले के बीच, अमेरिका, मिस्र, और कतर के नेताओं ने गुरुवार को इजरायल और हमास से 15 अगस्त को बातचीत करने का आग्रह किया. उनका मकसद गाजा युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर समझौता करना है. ये तीनों देश इस समझौते को पूरा करने के लिए मध्यस्थता कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि वार्ता दोहा या काहिरा में हो सकती है.

उन्होंने बताया कि एक शुरुआती समझौता तैयार है, लेकिन इसके लागू होने के तरीकों पर अभी काम बाकी है. उन्होंने कहा कि अब और समय बर्बाद नहीं किया जा सकता और सभी पक्षों को बंधकों की रिहाई, युद्धविराम शुरू करने, और समझौते को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए. उन्होंने अंतिम मुद्दों को हल करने के लिए एक अंतिम प्रस्ताव पेश करने की भी पेशकश की।

गाजा समझौते पर असहमति

इस दौरान एक सीनियर अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि केवल चार या पांच मुख्य मुद्दे ही बाकी हैं जिनपर सहमति नहीं बनी है. उदाहरण के तौर पर, इजरायल द्वारा पकड़े गए फिलिस्तीनी बंदियों और हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों की अदला-बदली के समय को लेकर असहमति है. 

मिस्र, अमेरिका, और कतर का क्या कहना है?

मिस्र, अमेरिका, और कतर ने कहा है कि वे अगले सप्ताह की वार्ता के लिए एक प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं जो शेष मुद्दों को हल करने में मदद करेगा.  इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आलोचकों का कहना है कि वे गाजा में युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत में धीमी गति से काम कर रहे हैं. यह युद्ध 7 अक्टूबर को शुरू हुआ था जब हमास ने इजरायल में लगभग 1,200 लोगों की हत्या की थी. फिलिस्तीनी एजेंसियों के अनुसार, तब से गाजा में इजरायल के हमलों में लगभग 40,000 लोग मारे गए हैं. 

पिछले हफ्ते तेहरान में एक प्रमुख राजनीतिक नेता की हत्या ने पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया, जिसे संघर्ष विराम वार्ता के लिए एक झटका माना गया. इस हत्या को इजरायल के साथ जोड़ा गया, हालांकि इजरायल ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है.  अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि इस्माइल हनीया की 31 जुलाई को हत्या के बावजूद हमास वार्ता फिर से शुरू कर सकता है, क्योंकि वे वार्ता की अध्यक्षता कर रहे थे. 

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09 August 2024, 11:47 PM IST

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