Israel Hamas War: फास्फोरिक एसिड से भरे इजरायली टैंकर पर हुआ हमला, कई भारतीय की थी मौजूदगी
Israel Hamas War: जहाजों को इलाके से दूर रहने के लिए बोला गया है. वहीं यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि इस घटना के पीछे आखिर है कौन.
हाइलाइट
- जिसका आंशिक स्वामित्व इजरायली टाइकून अब्राहम उंगर के पास मौजूद है.
- जहाज भारत के लिए तुर्की से रवाना हुआ है.
Israel Hamas War: दक्षिणी यमन के अदन बंदरगाह के पास इजरायली कारोबारी के स्वामित्व वाले टैंकर को हमलावरों ने अपने कब्जे में कर लिया है. वहीं किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, परन्तु अंदाजा लगाया जा रहा है कि इजरायल विरोधी हूती विद्रोहियों का ये पूरा काम है. जबकि जिस जहाज पर कब्जा किया गया है उसका नाम सेंट्रल पार्क बताया जा रहा है. साथ ही उसे जोडैक नाम की कंपनी ने संचालित किया था.
पूरी घटना
मिली जानकारी के अनुसार यह टैंकर फास्फोरिक एसिड से भरा हुआ है. जबकि कंपनी का कहना है कि, उसका पहला काम जहाज में उपस्थित 22 कर्मचारियों की सुरक्षा करने की है. वहीं इन कर्मचारियों में भारतीय, वियतनामी, बुल्गारियाई, रूसी के साथ विभिन्न देशों के नागरिक हैं. दूसरी तरफ वैश्विक समुद्री जोखिम प्रबंधन फर्म एंब्रे का कहना है कि, अनुमान लगाया जा सकता है कि, अमेरिकी नौसैनिक बल स्थिति का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने आगे कहा जहाजों को इलाके से दूर रहने के लिए बोला गया है. वहीं यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि इस घटना के पीछे आखिर है कौन. अदन पर यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार से संबद्ध बलों व यमन के ईरानी समर्थित हूती विद्रोहियों से लड़ने वाले सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन का इसपर कब्जा है.
ड्रोन से हुआ जहाज पर हमला
बता दें कि बीते शुक्रवार को एक ईरानी ड्रोन द्वारा हिंद महासागर में इजरायली स्वामित्व वाले वाणिज्यिक जहाज पर हमला किया गया है. वहीं सीएमए, सीजीएम सिमी कंटेनर जहाज पर हमला हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में इजरायल से जुड़े हुए जहाज को अपहरण करने के बाद किया गया है. साथ ही बीते 19 नवंबर को इजरायल रक्षा बलों ने इस बात की पुष्टि कि हूती विद्रोहियों ने बहामन-ध्वजांकित गैलेक्सी लीडर वाहन वाहक को अपने कब्जे में लिया है. इतना ही नहीं उन्होंने इसे बड़ा गंभीर घटना बताया है.
सेना का बयान
वहीं इस पूरे मामले में सेना का कहना है कि, जहाज भारत के लिए तुर्की से रवाना हुआ है. जबकि उसमें अन्य राष्ट्रों के नागरिक भी मौजूद थे, साथ ही इसमें इजरायली भी शामिल थे. बता दें यह इजरायली जहाज नहीं है. इतना ही नहीं यह गैलेक्सी लीडर एक ब्रिटिश कंपनी द्वारा पंजीकृत किया गया है, जिसका आंशिक स्वामित्व इजरायली टाइकून अब्राहम उंगर के पास मौजूद है.