Israel-Hamas War: इजराइल ने लश्कर –ए-तैयबा को आंतकी संगठन का नाम दिया, 15वीं बरसी से पहले कड़ी कार्रवाई करने का किया फैसला
Israel-Hamas War: इजरायल और हमास का युद्ध 7 अक्टूबर से शुरू हुआ था. इस युद्ध को एक महीने से भी अधिक समय हो चुका है ऐसे में इजरायल और हमास के हमले लगातार देखे जा रहे हैं.
हाइलाइट
- हमास ने इजरायल पर हमला करने के बाद से वहां के निवासियों को अब तक बंधी बना रखा है.
Israel-Hamas War: हमास ने इजरायल पर हमला करने के बाद से वहां के निवासियों को अब तक बंधी बना रखा है. युद्ध के 44 दिनों के बाद भी 200 नागरिक हमास के बंधक बने हुए हैं. तो वहीं मुंबई आतंकवादी में 26/11 हमलों की 15वीं बरसी से पहले इजरायल ने आतंकवादियों के खिलाफ बहुत बड़ा कदम उठाया है. जिसमें इजरायल ने आधिकारिक तौर पर लश्कर-ए- तैयबा को एक आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है.
लश्कर-ए- तैयबा को आंतकी संगठन का दिया नाम
भारत सरकार द्वारा अनुरोध नहीं किए जाने के बावजूद इजरायल ने फैसला किया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि औपचारिक रूप से सभी आवश्यक प्रकियाएं पूरी कर ली गई हैं. साथ ही लश्कर-ए- तैयबा को आतंकवादी संगठनों की इजरायल सूची मे शामिल करने के लिए सभी आवश्यक जांच और नियमों को पूरा कर लिया है.
वहीं भारत ने इजरायल –हमास संघर्ष के बीच मानवीय आधार पर युद्ध विराम के प्रयासों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय के उन प्रयासों की भी सराहना की है. जिनका उद्देश्य तनाव कम करना और फलस्तीन के लोगों को तत्काल मानवीय सहातयता प्रदान करना है.
अतंरराष्ट्रीय मानवीय कानून
कंबोज का कहना है कि भारत अंतरराष्ट्रीय समुदाय के उन सभी प्रयासों का स्वागत करता है जो संघर्ष को कम करने में मदद करता है. फलस्तीन के लोगों को तत्काल मानवीय सहायता प्रदान करने को सक्षम बनाते हैं. उन्होंने कहा है कि हम आतंकवाद के सभी रूपों और इसके प्रसार के विरोधी हैं. स्पष्ट रूप से हिंसा के खिलाफ हैं और अतंरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने के पक्ष में हैं.