Israel Hamas war: इज़राइल पर हमले के 'मास्टरमाइंड' का खुलासा, ब्रिटेन का नागरिक, लंदन में रहकर हमास के लिए करता है काम!
Israel Hamas war: हमास का सरगना ब्रिटिश नागरिक के तौर पर लंदन में रह रहा है. इनका नाम मोहम्मद कासिम सवालहा है. वह गाजा से भागकर ब्रिटेन आ गया, ब्रिटिश ख़ुफ़िया एजेंसी के रडार पर आने के बाद भी उसे रोका नहीं गया.
Israel Hamas war: 7 अक्टूबर को इजराइल में हमास पर हमला हुआ था. इस हमले में हज़ारों 1400 से ज्यादा इजराइली मारे गए और 200 से ज्यादा इजराइली बंधक बना लिए गए. इस पूरे विवाद में आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस पूरे विवाद की जड़ है.
इजराइल पर आतंकी हमले का मास्टरमाइंड और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास का मुख्य आतंकवादी मोहम्मद कासिम सवालहा लंदन के एक फ्लैट में रहता है, जिसे उसने कई साल पहले स्थानीय बार्नेट काउंसिल से खरीदा था. अब ब्रिटिश नागरिक बन चुका ये फिलिस्तीनी आतंकवादी ब्रिटेन से ही अपनी साजिशों को अंजाम दे रहा है. ब्रिटिश खुफिया एजेंसी एमआई-5 के रडार पर आने के बावजूद उसे रोकने के लिए कभी कुछ नहीं किया गया. आपको बता दें कि यह शख्स गाजा का रहने वाला है जो अब ब्रिटेन का नागरिक है, इसका नाम मोहम्मद कासिम सवालहा है.
गाजा से भागकर ब्रिटेन पहुंचा
आपको बता दें कि मोहम्मद कासिम सवालहा साल 1990 में फिलिस्तीन के कब्जे वाले गाजा से भागकर ब्रिटेन पहुंच गया था. उनकी उम्र 62 साल है. उस वक्त वह इजराइली सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंककर अपने एक रिश्तेदार के पासपोर्ट पर ब्रिटेन आ गया. यहां आकर उन्होंने ब्रिटिश नागरिकता भी हासिल कर ली. साल 2000 की शुरुआत में उन्हें ब्रिटिश पासपोर्ट मिला.
लंदन में रहकर हमास के लिए काम
साल 2024 में अमेरिकी न्याय विभाग ने इजराइल के खिलाफ मोहम्मद कासिम सवालहा की आतंकवादी गतिविधियों को वित्तीय सहायता देने का संकेत दिया था. इन आरोपों के बावजूद उन्होंने लंदन में रहकर हमास के लिए काम करना जारी रखा. सवालहा हमास की राजनीतिक और सैन्य रणनीतियाँ बनाता है. सूत्रों के मुताबिक, इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई 5 के पास सवालहा के बारे में पूरी जानकारी है. आपको बता दें कि सवालहा को ब्रिटेन में आराम से काम करने की इजाजत दी जा रही है.
स्कॉटलैंड यार्ड की एंटी टेरेरिस्ट यूनिट ने जून 2020 में एक बयान जारी कर कहा कि उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है. इसलिए कोई कार्रवाई नहीं की गई. ब्रिटेन ने 2001 में हमास की सैन्य शाखा को आतंकवादी संगठन माना था, लेकिन 2021 से पहले हमास पर पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगाया था.
2009 में जारी किया घोषणापत्र
साल 2009 में मोहम्मद कासिम सवालहा ने एक घोषणापत्र जारी किया था. इस घोषणापत्र में अल्लाह की तारीफ करते हुए यहूदियों के खात्मे का ऐलान किया गया था. इज़रायली प्रशासन ने भी उसे हमास का मास्टरमाइंड घोषित कर दिया है, और इज़रायल लौटने पर गिरफ्तार करने की घोषणा की है. हालांकि इसकी संभावना बहुत कम है.
ब्रिटिश अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2017 में मोहम्मद कासिम सवालहा हमास के आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख के तौर पर रूस गया था. आपको बता दें कि वह मुस्लिम मुफ्तियों की परिषद में हिस्सा लेते हुए हमास की विदेश नीति के प्रमुख बनकर उभरा. सवालहा की फोटो रूस के उप विदेश मंत्री मिखाइल बोगोडानोव के साथ ली गई थी. यह जानकारी ब्रिटिश अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक दी गई है.