Israel-Hamas War: इजरायल और फलस्तीन के बीच संघर्ष लगभग सात दशक पुराना है. शनिवार को हुए हमले में सैकड़ों लोगों ने अपनी जानें गंवा दी. ऐसे में सबसे पहले ये सवाल उठा कि आखिर हमास ने इजरायल पर हमला क्यों किया? हांलाकि इन देशों के बीच के बीच जंग होनी कोई नई बात नहीं हैं इससे पहले भी ऐसे ही युद्ध किए गए थे. जब भी हमास इजारायल पर हमला किया तब तब इजारायल को ही भारी नुकसान देखने को मिला.
आपको बता दें कि इस जंग में विवाद की जड़ इजरायल के संस्थापक पिता डेविड बेन-गुरियन ने 14 मई 1948 को उत्पीड़न से भागने वाले यहूदियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय के रुप में आधुनिक राष्ट्र इजरायल की घोषणा की थी. जिसके बाद फलस्तीनियों ने इजरायल के निर्माण को नकबा या तबाही की संज्ञा दी.
जिसके चलते उन्हें बेदखल कर दिया गया साथ ही राष्ट्र का दर्जा पाने का सपना बाधित कर दिया. कई दिनों बाद हुए युद्ध में लगभग सात लाख लोगों को अपने घरों से बाहर निकाला गया था. इसके साथ ही जार्डन, लेबनान और सीरिया के साथ-साथ गाजा, वेस्ट बैंक और पूर्वी यरिशलम में पहुंच गए. इसके अलावा इजरायल का कहना है कि अगले दिन पांच अरब राज्यों ने उस पर हमला किया था. जिसके बाद दोनों में समझौता किया गया और 1949 में युद्धविराम समझौते ने लड़ाई रोक दी.
सन 2014 में शांति करने के प्रयासों को रोक दिया गया. वाशिगंटन में इजरायलियों और फलस्तीनियों के बाद वार्ता विफल हो गई थी. मुख्य इजरायल-फलस्तीनी मुद्दे दो राज्य समाधान-यह इजरायल द्वारा पेश किया गया था. उसने कहा था कि गाजा पट्टी के लिए वह फलस्तीन में एक अलग राज्य बनायेगा. हमास ने दो राज्यों को अस्वीकार कर दिया और इजरायल में विनाश करने की शपथ ले ली. इजरायल ने कहा है कि फलस्तीनी राज्य को विसैन्यीकृत किया जाना चाहिए ताकि आने वाले दिनों में इजारायल को कोई खतरा न हो. First Updated : Wednesday, 11 October 2023