Conflict: हाल ही में इजरायल और लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के बीच एक गंभीर संघर्ष उत्पन्न हो गया है. हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल के विभिन्न क्षेत्रों पर 320 से ज्यादा कत्यूशा रॉकेट और ड्रोन हमले किए है. ये हमले हिजबुल्लाह ने अपने सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्या का बदला लेने के उद्देश्य से किए हैं.
इस जवाबी कार्रवाई में, इजरायल ने भी दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर 40 मिसाइलों से हमले किए हैं. इसके साथ ही इजरायल ने लेबनान में 100 से अधिक ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है और देश में 48 घंटे की इमरजेंसी घोषित कर दी है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कोई भी अगर इजरायल को नुकसान पहुंचाएगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.
अमेरिका ने दिया समर्थन
इस स्थिति पर अमेरिकी सरकार की भी प्रतिक्रिया आई है. व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायल के साथ संपर्क में हैं और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए काम कर रहे हैं साथ ही राष्ट्रपति इस संकट पर बारीकी से नज़र रखे हुए हैं और इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन कर रहे हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सैवेट ने कहा कि अमेरिकी अधिकारी इजरायली समकक्षों के साथ निरंतर संपर्क में हैं और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.
नागरिकों से की अपील
इजरायल की सेना ने हिजबुल्लाह के संभावित हमलों को विफल करने के लिए पूरी ताकत लगा दी है और सभी नागरिकों से अपील की है कि वे सुरक्षा निर्देशों का पालन करें. बता दें, कि वर्तमान में इजरायली सेना उत्तरी इजरायल की ओर दागे गए हजारों रॉकेटों को नष्ट करने में लगी हुई है.
हिजबुल्लाह के वाइस प्रेसीडेंट ने दी चेतावनी
हिजबुल्लाह के वाइस प्रेसीडेंट शेख नबील काओकू ने इजरायल को चेतावनी दी है कि लेबनान में उसके हमलों से इजरायल को हार होगी और गाजा में नुकसान की भरपाई नहीं होगी. हिजबुल्लाह का दावा है कि उनकी मिसाइलें और ड्रोन इजरायल के संवेदनशील ठिकानों को निशाना बना सकते हैं. कमांडर की हत्या के बाद हिजबुल्लाह ने हमले तेज कर दिए हैं. इजरायल ने लेबनान पर हमले की योजना बनाई है लेकिन हिजबुल्लाह इसे इजरायल की हताशा और कमजोरी मानता है. First Updated : Sunday, 25 August 2024