इजरायल ने गाजा में बढ़ाया हमला, रक्षा मंत्री ने सेना को अतिरिक्त क्षेत्र पर कब्ज़ा करने का दिया आदेश
इजराइल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज़ ने शुक्रवार को गाजा में फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के खिलाफ अपने सैन्य आक्रमण को बढ़ाने का आदेश दिया. रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने सेना को अतिरिक्त क्षेत्रों पर कब्ज़ा करने का निर्देश दिया है, साथ ही प्रभावित इलाकों से फिलिस्तीनी नागरिकों को निकालने के लिए आदेश जारी किए हैं. यह कदम उस समय उठाया गया है जब हमास ने बंधकों को रिहा करने से इनकार कर दिया है.

इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज़ ने शुक्रवार को घोषणा की कि यदि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास इजरायल के बंधकों को रिहा करने से इनकार करता है, तो इजरायल गाजा में और अधिक क्षेत्र पर कब्जा करेगा. उन्होंने इजरायली रक्षा बलों (IDF) को गाजा के अतिरिक्त क्षेत्रों पर कब्जा करने का आदेश दिया, साथ ही यह भी निर्देशित किया कि प्रभावित क्षेत्रों में फिलिस्तीनी नागरिकों को निकाला जाए.
काट्ज़ ने कहा कि इजरायल ने गाजा में सुरक्षा क्षेत्र का विस्तार करने का फैसला किया है ताकि इजरायली समुदायों और सेना की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. यह कार्रवाई उस स्थिति में की जाएगी जब हमास बंधकों की रिहाई के लिए कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाता. इससे पहले, इजरायल ने गाजा में हमास के खिलाफ हवाई, ज़मीन और समुद्र से हमला तेज कर दिया था.
अमेरिका का समर्थन:
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने भी इजरायल के हमले के समर्थन में बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इजरायल को अपने नागरिकों को हमास से बचाने का पूरा अधिकार है. वाल्ट्ज ने कहा कि यदि हमास बंधकों को रिहा कर देता, तो युद्ध विराम को बढ़ाया जा सकता था, लेकिन हमास ने युद्ध को चुना.
इजरायल-हमास युद्धविराम समझौता:
इजरायल और हमास के बीच पहले एक युद्धविराम समझौता हुआ था, जिसके तहत बंधकों की वापसी का रास्ता खुला था. इस समझौते के तहत, हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों को रिहा करने का वादा किया था, जबकि इजरायल ने फिलिस्तीनियों को रिहा करने का वचन दिया था. हालांकि, कट्टरपंथी इजरायली गठबंधन ने इस समझौते का विरोध किया था.
फिलिस्तीनियों की स्थिति:
इस संघर्ष में अब तक 48,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और गाजा की लगभग 90% आबादी विस्थापित हो चुकी है. इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम के बावजूद, गाजा में लगातार हिंसा और संघर्ष जारी है.