इजरायल-ईरान युद्ध: लेबनान पर इजरायल का हमला और हिजबुल्लाह के बड़े नुकसान

Israel Iran Conflict: इजरायल ने लेबनान के उत्तरी हिस्से में हवाई हमले किए हैं, जिसमें हिजबुल्लाह के 400 से अधिक लड़ाकों के मारे जाने का दावा किया गया है. ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल ने कोई कदम उठाया, तो वह कड़ा जवाब देगा. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने इजरायल को ईरान के तेल क्षेत्रों पर हमला न करने की सलाह दी है. भारत भी इस स्थिति को लेकर चिंतित है. जानिए क्या होगा आगे और इस संघर्ष का क्या असर पड़ेगा? पूरी खबर पढ़ें!

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Edited By: JBT Desk

Israel Iran Conflict: इजरायल ने हाल ही में लेबनान के उत्तरी हिस्से में हवाई हमले किए हैं, जिसमें 400 से अधिक हिजबुल्लाह लड़ाकों के मारे जाने का दावा किया गया है. इजरायली रक्षा बल (IDF) ने बताया कि उनके विमानों ने बेद्दावी फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर के पास एक इमारत को निशाना बनाया. इस हमले में कई हिजबुल्लाह ऑपरेटिव मारे गए हैं, जो इजरायली जमीनी ऑपरेशनों का हिस्सा थे.

लेबनान के सुरक्षा स्रोतों के अनुसार, यह हमला त्रिपोली शहर को पहली बार निशाना बनाते हुए किया गया. इसके साथ ही, हिजबुल्लाह ने आरोप लगाया है कि इजरायली सैनिक ओदैसेह शहर में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं. इजरायली सेना ने खियाम और कफर किला के आसपास भी गोलाबारी की है.

बढ़ता तनाव और ईरान की चेतावनी

इन हमलों के बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की संभावना है. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने चेतावनी दी है कि अगर इजरायल ने कोई भी हमला किया, तो ईरान का जवाब पहले से भी कड़ा होगा. इजरायल की सेना का अनुमान है कि हालिया ग्राउंड ऑपरेशन के दौरान 250 से अधिक हिजबुल्लाह लड़ाके मारे गए हैं. पिछले एक साल से इस संघर्ष में 2,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें से अधिकतर मौतें पिछले दो हफ्तों में हुई हैं.

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने भी इजरायल को चेतावनी दी है कि हालिया मिसाइल हमले उनके अपराधों का केवल न्यूनतम जवाब है. उन्होंने मुस्लिम देशों से साझा दुश्मन के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह किया है.

अमेरिका की भूमिका और जो बिडेन की सलाह

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने इजरायल से आग्रह किया है कि वह ईरान के तेल क्षेत्रों पर हमला करने से बचे. उन्होंने कहा कि इजरायल के पास जवाबी कार्रवाई का अधिकार है लेकिन उन्हें महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाई से बचना चाहिए जो वैश्विक तेल बाजारों को प्रभावित कर सकती है. बिडेन ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सलाह दी कि उन्हें ईरान की परमाणु सुविधाओं पर भी हमला नहीं करना चाहिए.

बिडेन ने यह भी कहा कि इजरायलियों ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वे किस प्रकार के हमले करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि हाल के हमलों के बाद तेल की कीमतों में भारी उछाल आया है, जो वैश्विक बाजार पर प्रभाव डाल सकता है.

भारत की चिंता और क्षेत्र की स्थिति

भारत ने इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है, क्योंकि पश्चिम एशिया में उसके कई हित जुड़े हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा मामलों की बैठक में इस पर चर्चा की. क्षेत्र में युद्ध की संभावना को लेकर भारत सतर्क है और इसे लेकर उचित कदम उठाने की योजना बना रहा है.

लेबनान में इजरायल की कार्रवाई के कारण कई लोग विस्थापित हो चुके हैं और इस संघर्ष में भारी जनहानि हुई है. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हाल के हमलों में 37 लोग मारे गए और 150 से अधिक घायल हुए हैं.

इस प्रकार, इजरायल और ईरान के बीच तनावपूर्ण स्थिति बढ़ती जा रही है, जिससे न केवल क्षेत्र में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि आगे क्या होगा और यह संघर्ष किस दिशा में बढ़ेगा. 

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05 October 2024, 09:52 PM IST

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