Israel-Iran War: इजराइल की सेना ने गुरुवार को लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के खुफिया मुख्यालय पर हमला किया था, जबकि सैनिकों ने सीमा के पास आतंकवादियों से लड़ाई की थी और युद्धक विमानों ने देश भर में उनके गढ़ों पर बमबारी की थी. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटों में इजराइल ने कई बम विस्फोटों में 37 लोगों की जान ले ली है और 151 लोग घायल हुए हैं. इजरायल की मीडिया के मुताबिक हिजबुल्लाह के नए प्रमुख और हसन नसरल्लाह के भाई हाशेम सैफिद्दीन के मारे जाने की भी खबरें हैं लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है.
सूत्रों ने समाचार एजेंसी को बताया कि इजराइल ने शुक्रवार को तड़के बेरूत के दक्षिणी उपनगरों और बेरूत के हवाई अड्डे को निशाना बनाकर हमला किया. सैनिकों ने सीमा के पास आतंकवादियों से लड़ाई की थी और युद्धक विमानों ने देश भर में उनके गढ़ों पर बमबारी की थी. इस हमले को लेकर कहा जा रहा है कि इसका उद्देश्य हिजबुल्लाह अधिकारी हाशेम सफीउद्दीन को मारना था. सफीउद्दीन, हिजबुल्लाह नेता हसन नसरुल्लाह का उत्तराधिकारी माना जाता है.
गुरुवार देर रात किए गए लगातार दस हवाई हमलों में नौ लोग मारे गए और यह 2006 के बाद से मध्य बेरूत में किया गया दूसरा हमला था. आईडीएफ ने बेरूत और लेबनान के दक्षिण में स्थित उन क्षेत्रों को खाली करने की चेतावनी जारी की है, जिन्हें 2006 के समझौते में संयुक्त राष्ट्र द्वारा बफर जोन के रूप में चिन्हित किया गया था. इजरायली सेना ने भी जमीनी घुसपैठ शुरू कर दी है, जिसके कारण हिजबुल्लाह के साथ सीमा पर लड़ाई शुरू हो गई है.
संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने ईरान और इजरायल को युद्ध रोकने की अपील की है. इसके बाद, इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के गढ़ों को नष्ट करने की अपनी योजना को आगे बढ़ा दिया है. एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने खुलासा किया कि देश के पास सफेद फास्फोरस के गोले हैं जिनका इस्तेमाल वे अपने हमलों में करने की योजना बना रहे हैं. इसके अलावा, हिजबुल्लाह के साथ जमीनी लड़ाई से निपटने के लिए लेबनान सीमा पर अतिरिक्त बटालियन तैनात की गई हैं. इस सप्ताह के प्रारम्भ में इजरायल द्वारा शुरू किये गए हमलों के बाद से लेबनान में लगभग 1.2 मिलियन लोग विस्थापित हो चुके हैं. वहीं मरने वालों की कुल संख्या 1,000 से अधिक हो गई है.
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष माइकल मैककॉल ने गुरुवार को राष्ट्रपति जो बिडेन से इजरायल को हथियारों की खेप में तेजी लाने का आग्रह किया है. इन हथियारों में 2000 पाउंड (907 किलोग्राम) के बम भी शामिल हैं, जिन्हें मानवाधिकार चिंताओं के कारण महीनों से रोक कर रखा गया है. उन्होंने बिडेन को भेजे पत्र में कहा, 'मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप आज ही कार्रवाई करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे सहयोगी की सहायता के लिए 2,000 पाउंड के बमों सहित इजरायल को सभी हथियारों की खेप शीघ्र भेजी जाए.'
अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन ने ईरान में तेल या परमाणु सुविधाओं पर हमला करने पर इजरायल के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया है. जो बाइडेन ने कहा कि वह उस मोर्चे पर बातचीत के लिए तैयार नहीं है. बता दें कि अमेरिका, इजरायल का प्रमुख सहयोगी होने के साथ-साथ हथियार आपूर्तिकर्ता भी है. हालांकि, जी 7 देश के नेताओं के साथ बातचीत के बाद, बिडेन ने भी आनुपातिक रूप से प्रतिक्रिया देने पर जोर दिया है. First Updated : Friday, 04 October 2024