Israel Iran Power Comparison: पश्चिम एशिया में युद्ध की धमकियां तेज होती जा रही हैं. मंगलवार को ईरान ने इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइलों की 180 मिसाइलें दागी. यह हमला बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व वाले देश द्वारा क्षेत्र में अपने युद्ध का विस्तार करने के बाद हुआ है. इजराइल ने कहा कि उसके हवाई सुरक्षा बलों ने ईरानी मिसाइलों को रोक दिया, हालांकि कुछ मध्य और दक्षिणी इजराइल में गिरे हैं. मिडिल ईस्ट में बढ़ते टेंशन के बीच दोनों देशों की ताकत को लेकर खूब चर्चा हो रही है. ऐस में आज हम आपको इन दोनों देश के शक्तियों के बारे में बताएंगे कि कौन किस पर भारी है तो चलिए जानते हैं.
इस वक्त पूरी दुनिया की निगाहें मिडिल ईस्ट में छिड़ी जंग पर टिकी हुई है.अखबार से लेकर टीवी चैनल तक हर जगह इस जंग की चर्चा हो रही है. इजरायल ने नसरल्लाह को मारा तो अब ईरान ने तेल अवीव पर रॉकेट और मिसाइलों की बरसात कर दी. ईरान और इजरायल की सेनाओं की बात करें तो जनशक्ति के मामले में तेहरान यहूदी राष्ट्र से बेहतर है.
अर्थव्यवस्था के लिहाज से देखा जाए तो ईरान यहां इजरायल से थोड़ा कमजोर है. साल 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान की जीडीपी $388.84 बिलियन रहने का अनुमान है. ईरान की अर्थव्यवस्था तेल की कमाई पर आधारित है क्योंकि ईरान की अर्थव्यवस्था और कमाई का सबसे बड़ा स्त्रोत तेल और प्राकृतिक गैस भंडार हैं. ईरान दुनिया का दूसरा ऐसा देश है जिसके पास नेचुरल गैस का भंडार है.
इजरायल और ईरान की सैन्य शक्ति की बात करें तो इजरायल की सेना दुनिया का टॉप 20 आर्मी शक्तियों में गिनी जाती है. इजरायल की सेना दुनिया के 17 वें नंबर आती है. वहीं ईरान की बात करें इसके पास पूरी दुनिया में 14वीं बड़ी फौज है. ऐसे में सैन्य शक्ति के मामले में ईरान, इजरायल पर भारी है. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी सशस्त्र बल पश्चिम एशिया क्षेत्र में सबसे बड़े बालों में से एक हैं. इसके पास कम 5,80,000 सक्रिय-ड्यूटी कर्मी और लगभग 200,000 प्रशिक्षित रिजर्व कर्मी हैं. वहीं इजरायल की सेना में नौसेना और अर्धसैनिक बलों में 169,500 एक्टिव जवान हैं. 465,000 रिजर्व फोर्स हैं और 8,000 इसके अर्धसैनिक बल का हिस्सा हैं.
ईरान की बात करें तो इसकी आबादी इजरायल से दस गुना ज्यादा है. ग्लोबल फायरपावर के 2024 इंडेक्स के अनुसार, ईरान की आबादी 8,75,90,873 थी. इसकी तुलना इजरायल से करें तो इसकी आबादी 90,43,387 है. इसका मतलब है कि ईरान के पास चुनने के लिए ज्यादा लोग हैं. हालांकि, जब रक्षा खर्च की बात आती है तो इजरायल ईरान से आगे निकल जाता है. ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के एक रिपोर्ट से पता चलता है कि इजरायल का रक्षा बजट 24 बिलियन डॉलर है जबकि ईरान का 9.95 बिलियन डॉलर है.
ईरान भले ही जनशक्ति के मामले में इजरायल से आगे निकल जाए लेकिन हथियारों के मामले में तेल अवीव बढ़त रखता है. इजरायल के पास तेहरान से ज़्यादा हवाई ताकत है. ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स से पता चलता है कि इजरायल के पास कुल 612 विमान हैं, जबकि ईरान के पास 551 हैं. खास बात ये भी है कि इजरायल की वायु सेना में F-15s, F-16s और F-35s जैसे सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान शामिल हैं जबकि ईरान इस मामले में पीछे हैं. इजरायल के पास प्रसिद्ध बहु-स्तरीय हवाई रक्षा प्रणाली भी है, जिसमें आयरन डोम , डेविड स्लिंग, एरो और पैट्रियट शामिल हैं. First Updated : Wednesday, 02 October 2024