लेबनान को मिटाने की कोशिश कर रहा इजरायल, संसद भवन और दूतावासों को भी बनाया निशाना
Israeli strike on south Lebanon बुधवार को दक्षिणी लेबनान के एक प्रमुख शहर में इजरायली हवाई हमले में नगरपालिका मुख्यालय नष्ट हो गया जिसमें मेयर सहित 16 लोगों की मौत हो गई. इस हमले में 50 से अधिक लोग घायल भी हुए. यह इजरायली हवाई अभियान शुरू होने के बाद से लेबनान के किसी आधिकारिक सरकारी भवन पर सबसे बड़ा हमला था. लेबनानी अधिकारियों ने इस हमले की निंदा की.
Israeli strike on south Lebanon: इजराइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत के एक घने आवासीय क्षेत्र पर सोमवार रात हवाई हमला किया. यह हमला बेरूत के जौक अल-ब्लाट इलाके में हुआ, जो संयुक्त राष्ट्र कार्यालय, संसद भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय और कई दूतावासों के पास है. लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी ने बताया कि इस हमले में दो मिसाइलें गिरीं.
यह हमला उस समय हुआ जब यह खबर आई कि अमेरिकी दूत ने युद्धविराम की वार्ता के लिए अपनी यात्रा स्थगित कर दी है. हमले के बाद पूरे इलाके में एम्बुलेंस के सायरन सुनाई दे रहे थे, लेकिन अब तक किसी भी हताहत की आधिकारिक संख्या नहीं बताई गई है. घटनास्थल पर मौजूद एपी के रिपोर्टर ने बताया कि सड़क पर कई लोग घायल हुए हैं. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इजराइली हमले का लक्ष्य क्या था, और इजराइली सेना ने हमले से पहले कोई चेतावनी नहीं दी थी.
लेबनान को इजरायल ने बनाया निशाना
यह हमला एक महीने से अधिक समय बाद मध्य बेरूत पर लगातार दूसरे दिन किया गया. रविवार को रास अल-नबा इलाके में हुए हमले में हिजबुल्ला के मीडिया प्रवक्ता मोहम्मद अफीफ और एक महिला समेत छह लोग मारे गए थे.
संसद भवन और दूतावासों को भी बनाया निशाना
हमले के बाद, लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने 'एक्स' पर पोस्ट किया और सभी देशों से अपील की कि वे लेबनान पर इजराइल के हमले को रोकें और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1701 को लागू करें. यह प्रस्ताव 2006 में अपनाया गया था, जिसका उद्देश्य इजराइल और हिजबुल्ला के बीच शत्रुता को खत्म करना और दक्षिणी लेबनान में एक बफर जोन बनाना था.