युद्ध के बीच इजरायल में क्यों जारी हुआ शटडाउन? सैनिकों से कहा- उपवास न रखें
Israel Yom Kippur: इजराइल, फिलिस्तीन और लेबनान सैन्य अभियान चला रहा है. इस बीच शुक्रवार को योम किप्पुर के अवसर पर, जो यहूदी प्रायश्चित दिवस है, इजराइल में पूरी तरह से शटडाउन लागू किया गया. आइये जानें सैनिकों को क्या निर्देश दिए गए.
Israel Yom Kippur: इजरायल ने फिलिस्तीन और लेबनान के खिलाफ अपने सैन्य अभियान तेज कर दिए हैं. पिछले एक साल से इजराइल लगातार गाजा में हमास के ठिकानों पर हमले कर रहा है. हाल के महीनों में उसने लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है. इजराइल का मुख्य उद्देश्य लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकी ठिकानों को समाप्त करना है. हालांकि, शुक्रवार को यहूदी प्रायश्चित दिवस योम किप्पुर के मौके पर इजरायल ने शटडाउन किया.
बता दें योम किप्पुर यहूदी कैलेंडर का सबसे पवित्र दिन माना जाता है. यह पहला मौका है जब 1973 के बाद इजरायल इस दिन सक्रिय युद्ध में उलझा हुआ है. इस दिन को इजराइल में उपवास रखा जाता है.
सैनिकों को उपवास न करने के निर्देश
योम किप्पुर के दौरान युद्ध की स्थिति को देखते हुए नवनियुक्त मुख्य सेफर्डिक रब्बी डेविड योसेफ ने सैनिकों को उपवास न करने का निर्देश दिया है. यहूदी धर्म के अनुसार, मानव जीवन की रक्षा धार्मिक नियमों से ऊपर है. इसलिए, युद्ध में तैनात सैनिकों को भोजन और पानी का सेवन करने की अनुमति दी गई है.
नागरिकों के लिए IDF की चेतावनी
इजराइल रक्षा बल (IDF) ने देश के नागरिकों को विशेष चेतावनी प्रणालियों का पालन करने का निर्देश दिया है, ताकि रॉकेट और मिसाइल हमलों के दौरान तुरंत अलर्ट हो सके. सभी रेडियो और टीवी चैनलों पर साइलेंट प्रसारण रहेगा, लेकिन चेतावनी सायरन और संकेत जारी किए जाएंगे.
गाजा और दक्षिणी लेबनान में इजरायली सैनिक युद्धरत हैं. IDF ने पश्चिमी तट पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है और अतिरिक्त सैनिक तैनात किए हैं. हाल के आतंकवादी हमलों के बाद पूरे देश की पुलिस हाई अलर्ट पर है. देश के सभी अस्पताल आपातकालीन स्थिति में काम कर रहे हैं और किसी भी आपात घटना से निपटने के लिए तैयार हैं.
लेबनान और गाजा में हमले जारी
इजराइली सेना ने लेबनान और गाजा में अपने अभियान जारी रखे हैं. पूरे देश में हाई अलर्ट की स्थिति घोषित की गई है. शुक्रवार को इजराइल पर 120 से अधिक रॉकेट दागे गए, जिनमें से अधिकांश को निष्क्रिय कर दिया गया. कुछ रॉकेट खुले इलाकों में गिरे, जिससे आग लग गई, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ.
इजरायल की प्रतिक्रिया
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास के हजारों आतंकियों ने गाजा से इजरायल पर अचानक हमला कर दिया था, जिसमें लगभग 1,200 लोगों की जान चली गई थी. हमास के आतंकियों ने 251 लोगों को बंधक बना लिया था. इस हमले के बाद से ही इजरायल हमास के खिलाफ बदला लेने की कार्रवाई में जुटा हुआ है.