Israel Hamas War: हमास पर इजरायल नहीं दागेगा दो महीने तक मिसाइल-बम, गाजा के लड़ाकों के सामने रखा ये प्रस्ताव
Israeli Ceasefire: हमास-इजरायल के बीच चार महीने होने के लिए जा रहे हैं, इस वार में गाजा आम लोग पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव पारित होने के बाद भी बुनियादी वस्तुओं को युद्ध क्षेत्र में भेजने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
Israeli Ceasefire: 7 अक्टूबर के बाद इजरायल-हमास युद्ध में एक बार फिर इजरायली सरकार युद्धविराम के लिए तैयार हो गई है, लेकिन उसने हमास के सामने एक प्रस्ताव रखा है. जिसमें इजरायल ने कहा है कि अगर वो सभी बंधकों को रिहा कर देता है तो गाजा में अगले दो महीने तक सीजफायर कर कोई भी हमला नहीं करेगा. अगर ऐसा होता है तो गाजा में रहे रहे पीड़ित लोगों के पास बुनियादी साजो-सामान को पहुंचाया जा सकता है जिसमें मुख्य तौर पर खाद्य पदार्थों के साथ मेडिकल इक्विपमेंट को युद्धग्रस्त क्षेत्रों में भेजा सकता है.
मिस्त्र और कतर के जरिए भेजा प्रस्ताव
इजरायल ने कतर और मिस्त्र के माध्यम से गाजा में हमास के लड़ाकों को एक प्रस्ताव दिया है, इस समझौते के तहत दो महीने तक इजरायली सरकार युद्धविराम का पर राजी हो गई है. कहा जा रहा है कि इस समझौते के तहत कैद किए गए सभी इजरायली लोगों को तत्काल प्रभाव से रिहा किया जाए.
हमास को सबसे पहले बंधकों को छोड़ना पड़ेगा
दो इजरायली अधिकारियों ने दावा किया है कि हमास के आतंकियों के सामने यह प्रस्ताव रखा गया है , लेकिन अभी तक कतर और मिस्त्र से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है कि इजरायल ने हमारे माध्यम से कोई प्रस्ताव गाजा में भेजने पर विचार किया है. वहीं, जानकारी के अनुसार इजरायली कैबिनेट ने भी इस तरह का प्रस्ताव को मंजूरी दी है.
पहले भी किया गया युद्धविराम
हमास-इजरायल के बीच जारी युद्ध में इससे पहले भी 24 नवंबर से 30 नवंबर तक सीजफायर किया गया है, उस दौरान दोनों पक्षों की ओर से कैदियों को रिहा किया गया था. हमास ने इजरायल के 100 बंधकों रिहा किया था. हालांकि समझौते के तहत इजरायल ने 240 कैदियों को छोड़ा था. वहीं, इजरायल ने दावा किया था कि अभी भी हमास के कब्जे में 115 पुरुष, 20 महिलाएं और दो बच्चे हैं.