हिज्बुल्लाह की धमकी के बाद इजरायल अलर्ट पर, 20 हजार सैनिक तैनात, नेतन्याहू की हाईलेवल मीटिंग

लेबनान में 17 सितंबर को हुए सीरियल ब्लास्ट के बाद से दहशत का माहौल है. इस हमले में हिज्बुल्लाह के कई लड़ाके मारे गए, और लगभग 4,000 लोग घायल बताए जा रहे हैं. लेबनान का आरोप है कि इन धमाकों के पीछे इजरायल का हाथ है. हिज्बुल्लाह ने बदला लेने की धमकी दी है, जिसके चलते इजरायल अलर्ट हो गया है. इजरायल ने लेबनान की सीमा पर 20,000 सैनिक तैनात कर दिए हैं.

Dimple Kumari
Edited By: Dimple Kumari

लेबनान में 17 सितंबर को हुए सीरियल ब्लास्ट के बाद से दहशत का माहौल है. इस हमले में हिज्बुल्लाह के कई लड़ाके मारे गए, और लगभग 4,000 लोग घायल बताए जा रहे हैं. लेबनान का आरोप है कि इन धमाकों के पीछे इजरायल का हाथ है. हिज्बुल्लाह ने बदला लेने की धमकी दी है, जिसके चलते इजरायल अलर्ट हो गया है. इजरायल ने लेबनान की सीमा पर 20,000 सैनिक तैनात कर दिए हैं.

इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग ने सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की. इजरायली सेना के प्रमुख जनरल हर्ज़ी हलेवी ने भी वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक की और आक्रमण तथा रक्षा की तैयारियों का जायजा लिया. नागरिकों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है, लेकिन इजरायली सेना ने लेबनान में हुए विस्फोटों पर टिप्पणी करने से मना कर दिया है.

इजरायल ने गाजा में चलाया ऑपरेशन

इजरायल ने गाजा में चलाए गए ऑपरेशन के बाद अब 98वें डिवीजन को उत्तरी इजरायल में तैनात किया है. यह फैसला हिज्बुल्लाह के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर लिया गया है. 98वें डिवीजन के सैनिकों को हाल ही में गाजा से वापस बुलाया गया था.

हमले में 12 लोग मारे गए

ताजा जानकारी के मुताबिक, इस हमले में 12 लोग मारे गए, जिनमें 10 हिज्बुल्लाह के लड़ाके शामिल हैं. मुख्य टारगेट बेरूत रहा, जहां कई इलाकों को निशाना बनाया गया. सीरिया के कई क्षेत्रों में भी धमाकों की खबरें आई हैं. हिज्बुल्लाह के सांसद अली अम्मार का बेटा भी इस हमले में मारा गया, और लेबनान में ईरानी राजदूत मोज्तबा अमानी घायल हुए हैं.

लेबनान में हालात

17 सितंबर के बाद से लेबनान में तनावपूर्ण स्थिति है. लोग खौफ में हैं, और सरकार ने लोगों से पेजर्स को तुरंत फेंकने के लिए कहा है. हमले के अगले दिन, यानी आज बुधवार को, लेबनान की सड़कें सुनसान नजर आईं. अखबारों में धमाकों की तस्वीरें छाई हुई हैं, और अस्पतालों के बाहर घायलों की भीड़ है. हर जगह सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और हर संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है.

स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद

स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद हैं, और लोग घरों से निकलने में डर रहे हैं. धमाकों के डर से लोगों ने पेजर्स फेंक दिए हैं, और अब वे फोन इस्तेमाल करने में भी घबराते हैं. सुबह की सैर करने वाले फुटपाथ भी अब सुनसान हैं. बाजार और दुकानें भी बंद हैं, और हर जगह खौफ का माहौल है. लोगों के मन में सवाल है कि पेजर्स अचानक कैसे फट गए.

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18 September 2024, 09:06 PM IST

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