Israel-Palestine conflict: अमेरिकी राष्ट्रपति ने कर दिया इजराइल का खुलकर समर्थन, बाइडेन ने कही बड़ी बात
Israel-Palestine conflict: यह तो बहुत पुरानी बात है कि अमेरिका ने हमेशा से ही यूक्रेन का साथ दिया है. अगर आज इजराइल इतना शक्तिशाली देश बना है तो उसमें अमेरिका का बड़ा हाथ है.
Israel-Palestine conflict: इजराइल पर हमास के हमले के बाद दुनिया दो धड़ों में बंटना शुरू हो गई है. एक तरफ ऐसे देश हैं जो इजराइल का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ ऐसे देश हैं जो फिलिस्तीन के समर्थन में आकर खड़ो होने लगे हैं. इसी बीच अमेरिका ने भी साफ कर दिया है कि वह इस युद्ध में किसको समर्थन करने वाला है. यह तो बहुत पुरानी बात है कि अमेरिका ने हमेशा से ही यूक्रेन का साथ दिया है. अगर आज इजराइल इतना शक्तिशाली देश बना है तो उसमें अमेरिका का बड़ा हाथ है.
इस बार भी अमेरिका ने इजराइल के समर्थन में कदम बढ़ा दिए हैं. इस पूरे विवाद के बीच अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन का भी बयान आ गया है जिसकी अब चारों तरफ खूब चर्चा हो रही है.
खबरों की मानें तो अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की है. इसके बाद उन्होंने अपने बयान में कहा, "इजराइल की मदद के लिए हम हर तरह से तैयार हैं."
खबरों की मानें तो नेतन्याहू से बातचीत करने के बाद बाइडेन ने बयान जारी करते हुए कहा है कि "मैंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू (इजराइल) को स्पष्ट कर दिया है कि हम सरकार और इजराइल के लोगों को मदद के सभी उचित संसाधन प्रदान करने के लिए तैयार हैं."
कहा जा रहा है कि अमेरिकाना ने एक तरफ से युद्ध के लिए इजराइल को अपना समर्थन दे दिया है. इसीलिए जो बाइडेन ने अपने बयान में कहा है कि "इजराइल को अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है. संयुक्त राज्य अमेरिका इस युद्ध स्थिति में इजराइल के खिलाफ लाभ उठाने की सोच रखने वाले किसी भी दूसरी पार्टी को चेतावनी देता है."
बताते चलें कि हमास ने जिस तरह से अचानक इजराइल के ऊपर हमला किया है वह यकीनन बहुत बड़ी तबाही लेकर आया है. शनिवार को हुए हमले में इजराइल के गाजा पट्टी के सीमा वाले इलाकों में मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. ताजी मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस हमले में अबतक 200 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. बताया ये भी जा रहा है कि इसमें 500 लोग घायल हैं. इजराइल के लिए जो सबसे चुनौतीपूर्ण बात है वह यह है कि उसके कई नागरिकों को बंधक बनाया गया है.