इजरायली ने हिजबुल्ला के ठिकानों पर गिराए 40 बम, लेबनान में 38 लोगों की मौत
इजरायली हवाई हमलों ने लेबनान में हिजबुल्ला के ठिकानों पर बड़ा प्रहार किया, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई. इजरायल ने हिजबुल्ला के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज कर दिया है, जिससे संगठन को भारी नुकसान पहुंचा है. यह हमला हिजबुल्ला के बढ़ते प्रभाव और गतिविधियों को रोकने के प्रयास में किया गया है. लेबनान में इन हमलों के बाद तनाव और बढ़ गया है, और इससे क्षेत्र में अस्थिरता का खतरा और अधिक गहरा गया है.
इंटरनेशनल न्यूज. लेबनान के बेका घाटी में बुधवार को इजरायल की ओर से किए गए हवाई हमलों में 38 लोगों की मौत हो गई. यह हमला पूर्वी लेबनान के बालबेक शहर के आसपास हुआ, जहां हिजबुल्ला आतंकवादी समूह का प्रभाव है. इसके अलावा, बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में भी इजरायली हमलों की खबर है. गाजा में चल रहे संघर्ष के समानांतर, इजरायल और हिजबुल्ला के बीच गोलीबारी पिछले एक वर्ष से अधिक समय से जारी है, जो हाल के महीनों में तेज हो गई है.
बालबेक-हर्मेल में 40 से अधिक हमले
बेरूत के गवर्नर बाचिर खोदर के अनुसार, इजरायली हमलों में बालबेक-हर्मेल इलाके में लगभग 40 बम गिराए गए, जिससे 38 लोगों की जान गई और 54 लोग घायल हुए हैं. गवर्नर खोदर ने यह जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के माध्यम से साझा की. इन हमलों के बाद लेबनान के दक्षिण और पूर्वी क्षेत्रों में इजरायली सैनिकों ने बमबारी के साथ सीमावर्ती इलाकों में जमीन पर भी घुसपैठ की है. इस पर इजरायली सेना ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
हिजबुल्ला कमांडर की हत्या
इजरायली रक्षा बलों के मुताबिक, बुधवार सुबह उन्होंने एक हवाई हमले में हिजबुल्ला कमांडर हुसैन अब्द अल-हलीम हर्ब को मार गिराया, जो उत्तरी इजरायली शहर मेटुला पर राकेट हमला करने में शामिल था. इसके अलावा, उत्तर-पश्चिमी ईरान की एक अदालत ने इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में चार लोगों को मौत की सजा सुनाई है. हालांकि, यह नहीं बताया गया कि ये आरोपित किस देश के नागरिक हैं.
इजरायल में सियासी खींचतान, रक्षा मंत्री की बर्खास्तगी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार रात अपने रक्षा मंत्री योएब गैलेंट को बर्खास्त कर दिया. यह फैसला दोनों नेताओं के बीच बढ़ते मतभेदों के चलते लिया गया. विदेश मंत्री काट्ज को अब नया रक्षा मंत्री नियुक्त किया गया है, जबकि गिदोन सार को विदेश मंत्री का पदभार सौंपा गया है. काट्ज लंबे समय से नेतन्याहू के सहयोगी रहे हैं और कई अहम पदों पर काम किया है.
इजरायल की जनता में गहरा असंतोष
गैलेंट की बर्खास्तगी के बाद उन्होंने देश के सुरक्षा बलों का आभार व्यक्त करते हुए नेतन्याहू सरकार की नीतियों पर निराशा जताई. इस फैसले से इजरायल की जनता में गहरा असंतोष देखा गया। हजारों लोग नेतन्याहू के इस निर्णय का विरोध करते हुए सड़कों पर उतरे और इसे देश की सुरक्षा के लिए खतरनाक बताया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह कदम इजरायल को तानाशाही की ओर ले जा सकता है.
गाजा के 100 से अधिक मरीजों को निकाला जाएगा
इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने घोषणा की है कि इजरायल-हमास युद्ध के दौरान गाजा पट्टी से 100 से अधिक मरीजों को बाहर निकाला जाएगा. इनमें बच्चे भी शामिल हैं. WHO के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को इन मरीजों को स्थानांतरित किया जाएगा. जब उनसे पूछा गया कि क्या इजरायली अधिकारियों ने इस हस्तांतरण की अनुमति दी है, तो उन्होंने उम्मीद जताई कि इजरायल इसमें सहायता करेगा.
मानवीय संकट को कम करने का प्रयास
इजरायल और हिजबुल्ला के बीच जारी संघर्ष से क्षेत्र की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. इसके साथ ही, इजरायल में राजनीतिक अस्थिरता भी बढ़ रही है, जो देश की सुरक्षा और जनता के भरोसे पर प्रभाव डाल रही है. गाजा के मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का प्रयास जारी है, जो मानवीय संकट को कम करने का प्रयास है.