Israel vs Iran: किसकी सैन्य ताकत भारी, समय पर इसकी कीमत वसूलेंगे, जानें अब क्या होगा
बीते दिन 13 अप्रैल शनिवार को ईरान ने 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागी इसके साथ ही 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइल को हवा में नष्ट करने के बाद इजरायल ने अब बड़ा बयान दिया है.
बीते दिन 13 अप्रैल शनिवार को ईरान ने 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागी इसके साथ ही 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइल को हवा में नष्ट करने के बाद इजरायल ने अब बड़ा बयान दिया है. फिलहाल अभी संघर्ष कम नहीं हुआ है. हमने इसकी कीमत वसूलने की कमस खाई है. सीरिया की राजधानी दमिश्क में एंबेसी पर इजरायल के हमले के बाद ईरान ने पलटवार किया है.
इस पर इजरायल के मंत्री बेनी गैंट्स का कहना है कि हम किसी भी कीमत में इसकी कीमत वसूलेंगे. ब्रिटिश ऑनलाइन न्यूजपेपर द इंडिपेंडेंट के अनुसार, इजराइल के मंत्री बेनी गैंट्ज ने कहा है कि हम ईरान के खतरे के खिलाफ एक क्षेत्रीय गठबंधन बनाएंगे. हम समय पर इसकी कीमत वसूलेंगे.
इजरायल के पास सबसे बड़ा फायदा यह है कि उसकी सेना को संयुक्त राज्य अमेरिका का समर्थन प्राप्त है. अमेरिका इजरायल को 3.8 बिलियन डॉलर की वार्षिक सैन्य सहायता प्रदान करता है. इससे इजरायल को अपनी सेना को अधिक उन्नत हथियार मुहैया कराने के लिए इजाजत मिलती है जो इसे पश्चिम एशिया की सबसे शक्तिशाली सेनाओं में एक बनाता है.
अमेरिकी सेना के मुताबिक उसने ईरान और यमन से दागे गए 80 से अधिक ड्रोन और छह बैलिस्टिक मिलाइलों को बर्बाद कर देता है. साथ ही ईरान के इस समय के अटैक के खिलाफ वो इजरायल की रक्षा करेगी. हम इसके लिए अपने सभी क्षेत्रीय साझेदारों के साथ काम जारी रखेंगे.
वहीं, इराक, जॉर्डन और तुर्की के अधिकारियों ने कहा है कि ईरान के हमले से कुछ दिन पहले इजराइल को चेतावनी दी गई थी. ईरान ने ड्रोन और मिसाइल लॉन्च करने से पहले पड़ोसी देशों और अमेरिका को 72 घंटे का नोटिस दिया था. तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसने हमले से पहले तेहरान और वाशिंगटन बात की थी.