इजरायल के गाजा में हवाई हमले: 25 फलस्तीनी मारे गए, संघर्ष विराम की उम्मीद

गाजा में इजरायल द्वारा किए गए भीषण हवाई हमलों से एक बार फिर तबाही मच गई है। इन हमलों में कम से कम 25 लोग मारे गए हैं, जबकि कई अन्य घायल हो गए हैं। यह हमला गाजा पट्टी के विभिन्न इलाकों में किया गया, जिसमें आम नागरिकों को भारी नुकसान हुआ है। इस संघर्ष ने एक बार फिर गाजा के लोगों की तकलीफों को उजागर किया है, जो कई महीनों से इजरायल और हमास के बीच संघर्ष का शिकार बने हुए हैं।

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

इंटरनेशनल न्यूज. इजरायल ने गाजा पट्टी पर एक बार फिर भीषण हवाई हमले किए हैं। इन हमलों में कम से कम 25 फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। यह हमला गाजा के शहरी नुसेरात शरणार्थी शिविर में एक बहुमंजिला आवासीय इमारत पर हुआ। फलस्तीनी चिकित्सकों के अनुसार, इस हमले में घायल हुए 40 से अधिक लोगों का इलाज गाजा के दो प्रमुख अस्पतालों में किया जा रहा है। इनमें से अधिकांश घायल बच्चे हैं। इस हमले में कई घर भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

अमेरिका के रुख में बदलाव की संभावना

यह हमला उस समय हुआ जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कुछ घंटे पहले ही गाजा में युद्ध समाप्त करने के लिए संघर्ष विराम समझौते की संभावना जताई थी। उन्होंने कहा कि लेबनान में इजरायल के संघर्ष विराम से गाजा में युद्ध समाप्त करने की प्रक्रिया में मदद मिल सकती है। उन्होंने बताया कि वह इस समझौते के लिए कतर और मिस्र का दौरा करेंगे, जो इस प्रक्रिया में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे हैं।

इजरायली सेना की चुप्पी

गाजा में हुए इन हमलों पर इजरायली सेना ने फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, फलस्तीनी चिकित्सकों और अस्पताल अधिकारियों का कहना है कि हमले में मारे गए 25 लोगों के शव अस्पताल लाए गए हैं। इसके अलावा, घायल 40 से अधिक लोगों का इलाज किया जा रहा है।

संघर्ष विराम की आवश्यकता

संघर्ष विराम की बातचीत के लिए अमेरिकी सलाहकार की उम्मीदों के बावजूद, इजरायल के लगातार हमले और गाजा में बढ़ती हिंसा से यह स्पष्ट होता है कि संघर्ष विराम की राह अभी भी मुश्किल और अनिश्चित है। हालांकि, अमेरिका और अन्य मध्यस्थ देशों का दबाव इजरायल और हमास के बीच बातचीत को लेकर बढ़ सकता है। यह घटना इस बात का संकेत है कि गाजा में युद्ध की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है, और आने वाले दिनों में संघर्ष विराम के प्रयासों में और भी चुनौतियां आ सकती हैं।

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13 December 2024, 07:47 PM IST

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