इजरायली जहाज ईरान के कब्जे में, बढ़ रही दोनों देशों की दुश्मनी
International: ईरान ने इजरायल के अरबपति से जुड़े जहाज को अपने कब्जे में कर लिया है. अमेरिकी अफसरों ने बताया कि यूकेएमटीओ के साथ एजेंसियों द्वारा बताए गए रिपोर्ट के आधार पर विशेष निगरानी रखी जा रही है.
International: ईरान और इजरायल की दुश्मनी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. दरअसल खबर मिल रही है कि इजरायली अरबपति इयाल ओफ़र से संबंधित एक जहाज को ईरान ने आज यानी 13 अप्रैल को अपने कब्जे में कर लिया है. इसे होर्मुज जलडमरूमध्य के नजदीक जब्त किया गया है, यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस को सूचना मिली कि अमीराती बंदरगाह शहर फुजैराह के नजदीक क्षेत्रीय अधिकारियों की तरफ से एक जहाज को जब्त कर लिया गया है. दरअसल इस जहाज को एमसीएस एरीज नाम के एक कंटेनर जहाज को सेपाह नेवी स्पेशल फोर्सेज ने हेलिबॉर्न ऑपरेशन के तहत जब्त किया है.
BREAKING: Footage of Iranian forces boarding MSC ARIES container ship pic.twitter.com/qmgPuscEtb
— The Spectator Index (@spectatorindex) April 13, 2024
नौसैनिक प्रमुख अलीरेज़ा तांगसिरी का बयान
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के नौसैनिक प्रमुख अलीरेज़ा तांगसिरी ने अपने बयान में बताया कि "अगर जरूरी होगा तो वह होर्मुज़ जलडमरूमध्य को पूरी तरह से बंद करवा देंगे."
कमांडो जहाज रेंगते नजर आए
मिली रिपोर्ट के अनुसार समाचार एजेंसी ने बताया कि कमांडो जहाज के डेक पर बैठकर कंटेनरों के ढेर पर रेंगते नजर आ रहे हैं. जहाज के ऊपर जहाज ड्राईवर एक दूसरे को जहाज से बाहर न जाने की सलाह दे रहे हैं. इसके बाद वह जहाज के पुल पर जाने के लिए कहते हैं. इतना ही नहीं कवर फायर प्रदान करने के लिए एक कमांडो को दूसरों के ऊपर घुटने टेकते हुए देखे जाने की संभावना है.
एमएससी एरीज लंदन जोडियाक मैरीटाइम से जुड़े एक कंटेनर जहाज को एक कंपनी जो ओफर के नेतृत्व वाले जोडियाक समूह का भाग है. वह जहाज आखिरी बार दुबई के नजदीक जब यह बीते दिन यानी शुक्रवार को होर्मुज जलडमरूमध्य की तरफ जा रहा था तो इसने ट्रैकिंग डेटा को बंद कर दिया था.
अमेरिकी अफसरों का बयान
अमेरिकी अफसरों का कहना है कि वे यूकेएमटीओ के साथ एजेंसियों द्वारा बताए गए रिपोर्ट के आधार पर निगरानी रखा गया. ईरान की तरफ से जवाबी हमले की आशंका है. आपको बता दें कि बीते 1 अप्रैल को सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर इजरायली हवाई हमलों के दरमियान दो वरिष्ठ कमांडरों समेत सात रिवोल्यूशनरी गार्ड अधिकारियों को मार दिया गया था.