भूकंप के झटकों से कांपी जापान की धरती, रिक्टर स्केल पर 6.0 मापी गई तीव्रता
जापान के मौसम विज्ञान एजेंसी ने भी भूकंप के बाद किसी सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की है. हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है और उन्हें संभावित बाद के झटकों के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है.

Japan Kyushu Island earthquakeछ जापान के क्यूशू क्षेत्र में आज शाम 7:34 बजे भारतीय समयानुसार 6.0 तीव्रता का एक बड़ा भूकंप आया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र क्यूशू द्वीप पर था. क्यूशू जापान का तीसरा सबसे बड़ा द्वीप है, जो भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है. यहां अक्सर इस तरह के प्राकृतिक आपदाओं के झटके महसूस होते रहते हैं.
भूकंप के झटके बहुत तेज थे, लेकिन इस समय तक किसी भी बड़े नुकसान या हताहत होने की खबर नहीं आई है. जापान के मौसम विज्ञान एजेंसी ने भी भूकंप के बाद किसी सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की है. हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है और उन्हें संभावित बाद के झटकों के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है.
EQ of M: 6.0, On: 02/04/2025 19:34:00 IST, Lat: 31.09 N, Long: 131.47 E, Depth: 30 Km, Location: Kyushu, Japan.
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) April 2, 2025
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म्यांमार भूकंप से हो चुका है तबाह
इस भूकंप के कुछ समय पहले म्यांमार में भी एक जबर्दस्त भूकंप आया था, जिससे वहां 3000 से अधिक लोग मारे गए थे. म्यांमार में इस भूकंप ने भारी तबाही मचाई और राहत कार्यों में मदद के लिए म्यांमार की सेना ने 22 अप्रैल तक गृह युद्ध में संघर्ष विराम की घोषणा की है. म्यांमार की सेना ने सशस्त्र विपक्षी समूहों के साथ अपने संघर्ष को अस्थायी रूप से रोकने का फैसला किया है ताकि भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्यों में कोई रुकावट न आए.
म्यांमार में हालत खराब
गौरतलब है कि म्यांमार 2021 में सेना द्वारा तख्तापलट के बाद से गृह युद्ध जैसी स्थिति में है. तब से देश में कई सशस्त्र विपक्षी समूहों ने सेना के खिलाफ विद्रोह किया हुआ है. इस संकटपूर्ण स्थिति में भूकंप ने देश की स्थिति को और गंभीर बना दिया है, और राहत कार्यों के लिए संघर्ष विराम एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है.
क्यूशू क्षेत्र में आए भूकंप ने फिर से यह साबित कर दिया है कि भूकंपीय गतिविधियां जापान और म्यांमार जैसे देशों में आम हैं, और यहां के लोग इन प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.