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जापान का 'न्यूड फेस्टिवल': हर साल होते हैं हजारों लोग शामिल, जानिए क्या है ये खास परंपरा

Japan's 'Nude Festival': जापान में हर साल एक ऐसा धार्मिक उत्सव होता है, जिसे 'नेकेड फेस्टिवल' कहा जाता है. हालांकि इसमें काफी कम कपड़े पहने जाते हैं. पिछली बार तो इसमें 10,000 लोग जुटे थे लेकिन इस बार जब ये फरवरी के आखिर में हुआ तो संख्या बहुत कम थी. इसे इस बार कोविड के चलते प्रतीकात्मक तौर पर आयोजित किया गया.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

Japan's 'Nude Festival': जापान में पूरे साल कई तरह के 'मत्सुरी' (त्योहार) मनाए जाते हैं, लेकिन कुछ त्योहारों को 'नेक्ड फेस्टिवल' (नग्न त्योहार) के नाम से जाना जाता है. इनमें शामिल होने वाले पुरुष बहुत कम कपड़े पहनते हैं, और इनमें से तीन प्रमुख आयोजन हैं – इवाते के कोकुसेकिजी में 'सोमिन-साई', ओकायामा का 'सैदाईजी ईयो' और फुकुशिमा का 'हयामा-गोमोरी'.

हादका मत्सुरी (नेक्ड फेस्टिवल)

जापान का 'हादका मत्सुरी' या 'नेक्ड फेस्टिवल' मुख्य रूप से पुरुषों द्वारा मनाया जाता है, जिसमें वे केवल सफेद लंगोट पहनते हैं, जिसे 'फंडोशी' कहा जाता है. इस त्योहार का उद्देश्य पिछले साल की अशुद्धियों को साफ करना और आने वाले साल में शांति की कामना करना है. ये आयोजन आमतौर पर साल के सबसे ठंडे समय में होते हैं, और इसमें शामिल होने वाले लोग ठंडे पानी में स्नान करते हैं, जिससे उनके शरीर से भाप निकलती है और यह उत्सव की तीव्रता को दर्शाता है.

यह परंपरा शिंटो और बौद्ध धर्म से जुड़ी है, जिसमें पुरुष खुद को शुद्ध करने के लिए इस आयोजन में हिस्सा लेते हैं. वे नॉन-वेज से परहेज करते हैं और पहले शरीर को शुद्ध करते हैं. फिर, वे एक दूसरे के साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई करते हैं.

इवाते में 'सोमिन-साई'

'सोमिन-साई' जापान का एक प्राचीन लोक त्योहार है, जो बीमारी और आपदाओं से रक्षा करने के लिए मनाया जाता है. इसे जापान के तोहोकू क्षेत्र, खासकर इवाते प्रांत में मनाया जाता है. इस त्योहार में लोग कागज पर 'सोमिन-शोराई के वंशज' लिखकर अपने घरों के दरवाजे पर लगाते हैं, ताकि वे शांति और बिना किसी घटना के समय की प्रार्थना कर सकें. इसमें भाग लेने वाले लोग नग्न होकर उत्सव में शामिल होते हैं, और 2007 से लंगोटी पहनने की व्यवस्था की गई थी. 2024 में यह आखिरी 'सोमिन-साई' होगा, क्योंकि अब त्योहार के आयोजन के लिए जरूरी लोग नहीं बचें हैं.

ओकायामा का 'सैदाईजी ईयो'

ओकायामा प्रांत में स्थित 'सैदाईजी' मंदिर में 'ईयो' नामक समारोह आयोजित होता है. इस त्योहार में लगभग 10,000 पुरुष भाग लेते हैं और लकड़ी के ताबीज 'शिंगी' के लिए लड़ते हैं. यह ताबीज एक लकड़ी का डंडा होता है जो यिन और यांग के प्रतीक के रूप में माना जाता है. इस ताबीज को प्राप्त करने वाले व्यक्ति को अगले साल का सौभाग्य मिलता है. यह आयोजन नए साल के समय में 14 दिनों तक चलता है.

फुकुशिमा का 'हयामा-गोमोरी'

'हयामा-गोमोरी' एक गुप्त त्योहार है जो फुकुशिमा के कुरोनुमा तीर्थस्थल में होता है. यह त्योहार एक हजार साल पुराना है और यहां देवताओं से शगुन प्राप्त करने के लिए आयोजन किया जाता है. इस दौरान केवल त्योहार के दिन ही लोग वहां जा सकते हैं, और इस दौरान उर्वरता और अच्छी फसल की कामना की जाती है. 2023 में यह त्योहार 28 से 31 दिसंबर तक हुआ था, जबकि 2024 में यह 20 से 22 दिसंबर तक मनाया जाएगा.

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13 December 2024, 09:48 AM IST

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