केनेडी मर्डर मिस्ट्री का खुलेगा राज़? ट्रंप ने दिया सीक्रेट फाइल्स सार्वजनिक करने का आदेश
1963 में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी की हत्या से जुड़े गोपनीय दस्तावेज हाल ही में सार्वजनिक किए गए हैं. ये फाइलें अमेरिकी राष्ट्रीय अभिलेखागार (NARA) की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई हैं. इन दस्तावेजों के मुताबिक, हत्या से जुड़े कई अहम पहलुओं पर नई जानकारियां सामने आ सकती हैं, जिनमें सीआईए के गुप्त मिशन, माफिया के साथ कथित संबंध और हत्या की साजिश से जुड़ी संभावनाएं शामिल हैं.

1963 में अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ. केनेडी की हत्या से जुड़े नए गोपनीय दस्तावेज सार्वजनिक कर दिए गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रीय अभिलेखागार और रिकॉर्ड प्रशासन (NARA) की वेबसाइट पर जारी किए गए ये दस्तावेज पहले गोपनीय थे और इन्हें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद उजागर किया गया। इन फाइल्स में सीआईए के गुप्त मिशन, माफिया के साथ कथित संबंध और हत्या की साजिश से जुड़े कई अहम पहलुओं का खुलासा हुआ है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेशनल आर्काइव्स के पास इस हत्याकांड से जुड़ी करीब 60 लाख पन्नों की फाइलें, तस्वीरें, ऑडियो और अन्य साक्ष्य मौजूद हैं, जिनमें से अधिकांश पहले ही सार्वजनिक हो चुके थे। लेकिन अब जारी किए गए दस्तावेजों से कुछ नए और चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं.
ट्रंप प्रशासन ने जारी किए दस्तावेज
राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने इन फाइल्स को सार्वजनिक करने का आदेश दिया था। ट्रंप ने कहा था, "हमारे पास ढेर सारी जानकारी है। यह सब पढ़ने के लिए बहुत कुछ है।" उन्होंने 80,000 दस्तावेज जारी करने की बात कही थी, हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि इनमें से कितने पहले से ही सार्वजनिक थे.विशेषज्ञों का अनुमान है कि लगभग 3,000 दस्तावेज अब तक पूरी तरह या आंशिक रूप से गुप्त रखे गए थे, और हाल ही में एफबीआई ने 2,400 नई फाइलें खोजने का दावा किया.
क्या कोई बड़ा खुलासा होगा?
इतिहासकारों और रिसर्चर्स का मानना है कि इन नए दस्तावेजों से किसी बड़े षड्यंत्र का पर्दाफाश होने की संभावना कम है। लेकिन अब भी इस हत्याकांड से जुड़े कई सवाल अनसुलझे हैं, जिनका जवाब इन फाइल्स में हो सकता है। ट्रंप के आदेश के तहत राष्ट्रीय खुफिया निदेशक और अटॉर्नी जनरल को इन फाइल्स को सार्वजनिक करने की रणनीति तैयार करनी थी.
क्या सच में ओसवाल्ड अकेला अपराधी था?
22 नवंबर 1963 को डलास में केनेडी की हत्या कर दी गई थी। जब उनकी मोटरसाइकल काफिला शहर में गुजर रहा था, तब टेक्सास स्कूल बुक डिपॉजिटरी बिल्डिंग से गोलीबारी हुई। 24 वर्षीय ली हार्वे ओसवाल्ड को गिरफ्तार किया गया, जिसने कथित रूप से छठी मंजिल से निशाना साधकर गोली चलाई थी. हालांकि, दो दिन बाद जैक रूबी नाम के नाइटक्लब मालिक ने ओसवाल्ड को जेल ट्रांसफर के दौरान गोली मार दी.
वॉरेन कमीशन की जांच और विवादित निष्कर्ष
राष्ट्रपति लिंडन बी. जॉनसन ने इस हत्याकांड की जांच के लिए वॉरेन कमीशन बनाया, जिसने 1964 में अपनी रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक, ओसवाल्ड ने अकेले ही इस हत्या को अंजाम दिया था और किसी षड्यंत्र का कोई प्रमाण नहीं मिला. लेकिन जनता और इतिहासकारों ने इस निष्कर्ष को स्वीकार नहीं किया और कई वैकल्पिक सिद्धांत सामने आए। क्या इसमें सीआईए, एफबीआई या माफिया का हाथ था? क्या दूसरी तरफ से भी गोली चली थी? इन सवालों ने दशकों से इस हत्याकांड को एक रहस्य बना रखा है.
2017 में पूरी फाइलें सार्वजनिक करने की मांग
1990 के दशक में अमेरिकी सरकार ने यह आदेश दिया था कि केनेडी हत्याकांड से जुड़े सभी दस्तावेज 2017 तक सार्वजनिक किए जाएं। हालांकि, ट्रंप प्रशासन ने कुछ फाइलें राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए गुप्त रखीं। इसके बाद, बाइडेन प्रशासन के दौरान भी कुछ फाइलें रोक दी गईं, जिससे विवाद और बढ़ गया. अब ये फाइलें जारी होने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इनमें कोई नया बड़ा खुलासा होता है या यह महज़ अटकलों और साजिशों का सिलसिला जारी रखेगा.


