कनाडा में जस्टिन ट्रूडो: पांच विवाद जो बने शर्मिंदगी का कारण
जस्टिन ट्रूडो, कनाडा के प्रधानमंत्री, हाल ही में भारत के साथ बढ़ते विवादों के कारण सुर्खियों में हैं. लेकिन यह पहला मौका नहीं है जब उनके फैसले कनाडा को शर्मिंदा कर चुके हैं. 2018 में खालिस्तानी अलगाववादी के साथ तस्वीर, 2016 में विवादित छुट्टियां और हाल की 'एल्बोगेट' कांड जैसी घटनाएं उनकी छवि को नुकसान पहुंचा चुकी हैं. क्या ट्रूडो इस संकट से उबर पाएंगे? जानें पूरी कहानी में!
Canada Five Biggest Controversies: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पिछले कुछ समय से विवादों में घिरे हुए हैं, विशेषकर भारत के साथ बढ़ते तनाव के कारण. ट्रूडो का भारत पर बिना सबूत के आरोप लगाना एक नया विवाद है, जिसने उनके खिलाफ देश में आलोचना को बढ़ावा दिया है. लेकिन यह पहला मामला नहीं है जब ट्रूडो के फैसले या बयान कनाडा को शर्मिंदा कर चुके हैं. आइए जानते हैं जस्टिन ट्रूडो से जुड़े पांच प्रमुख बड़े विवाद.
1. खालिस्तानी अलगाववादी के साथ तस्वीर
2018 में जस्टिन ट्रूडो जब भारत दौरे पर गए थे, तब एक तस्वीर ने बवाल खड़ा कर दिया. ट्रूडो की एक तस्वीर खालिस्तानी अलगाववादी जसपाल अटवाल के साथ सामने आई जो पहले हत्या के प्रयास में दोषी ठहराए जा चुके थे. इस मामले ने ट्रूडो की विदेश नीति पर सवाल उठाए और कनाडा में उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया.
2. छुट्टियों पर विवाद
2016 में, ट्रूडो अपने अरबपति दोस्त के निजी द्वीप पर छुट्टियां मनाने के चलते आलोचना का सामना कर चुके हैं. नैतिकता के मामलों की निगरानी करने वाली संस्था ने उन्हें नियमों का उल्लंघन करने के लिए फटकार लगाई. इसके बाद, ट्रूडो ने वादा किया कि वे भविष्य में छुट्टियों के लिए उचित मंजूरी लेंगे.
3. 'एल्बोगेट' कांड
मई 2016 में एक संसदीय सत्र के दौरान, ट्रूडो एक महिला को गलती से छूने के लिए माफी मांगने को मजबूर हुए. इस घटना को 'एल्बोगेट' कहा गया और ट्रूडो ने अपनी गलती स्वीकार की. उन्होंने कहा, 'मैं भी एक इंसान हूं और इस दबाव में गलतियां हो सकती हैं.'
4. क्वीन के अंतिम संस्कार से पहले की हरकत
2022 में, ट्रूडो का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे ब्रिटेन की क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार से पहले रैप गा रहे थे. यह वीडियो विवादों में आया क्योंकि लोग इसे अनुचित मान रहे थे, खासकर उस गंभीर समय में.
5. स्पीकर को आंख मारने का मामला
2023 में, ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स में स्पीकर फर्गस को आंख मारी और अपनी जीभ बाहर निकाली. इस हरकत ने उन्हें फिर से आलोचना का शिकार बना दिया. यह घटना कैमरे में कैद हुई और सोशल मीडिया पर उनके लिए मुश्किलें बढ़ गईं.
इन घटनाओं ने दिखाया है कि ट्रूडो के नेतृत्व में कनाडा की राजनीति कितनी जटिल और विवादास्पद हो गई है। उनके निर्णय और बयानों ने कनाडा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार शर्मिंदगी में डाला है और अब उनके खिलाफ आलोचना बढ़ती जा रही है. क्या ट्रूडो अपनी छवि को सुधार पाएंगे? यह भविष्य में देखने वाली बात होगी.