खालिस्तानी आतंकी 'पन्नू' ने CRPF स्कूल को निशाना बनाने की दी चेतावनी, 'शाह' पर रखा 1 मिलियन डॉलर का इनाम
Khalistani terrorist Gurpatwant Singh Pannu: खालिस्तानी आतंकी और प्रतिबंधित संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 26 नवंबर से सीआरपीएफ स्कूलों को बंद करने का आह्वान किया है. पन्नू ने हाल ही में एक बयान जारी कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की विदेश यात्राओं की जानकारी देने पर 1 मिलियन डॉलर का इनाम देने की घोषणा की है.
Khalistani terrorist Gurpatwant Singh Pannu: खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. अब उसने सीआरपीएफ स्कूलों को निशाना बनाने की धमकी दी है. पन्नू, जो प्रतिबंधित संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' का प्रमुख है, ने हाल ही में 26 नवंबर से सीआरपीएफ स्कूलों को बंद करने का आह्वान किया है.
यह बयान उत्तर दिल्ली के रोहिणी इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के बाहर हुए विस्फोट के कुछ दिनों बाद आया है. इस विस्फोट की जिम्मेदारी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने ली है, जो एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन है.
पन्नू के आरोप और धमकियां
अपने बयान में पन्नू ने दावा किया है कि सीआरपीएफ अधिकारी, पंजाब और विदेशों में सिखों के खिलाफ हुए अत्याचारों के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने विशेष रूप से पंजाब के पूर्व पुलिस अधिकारी केपीएस गिल और रॉ के पूर्व अधिकारी विकास यादव का नाम लिया, जिन पर सिखों के मानवाधिकार हनन का आरोप लगाया गया है. केपीएस गिल का 2017 में निधन हो चुका है.
पन्नू ने छात्रों और अभिभावकों से सीआरपीएफ स्कूलों का बहिष्कार करने की अपील की है. उन्होंने 1984 के अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पर हमले और सिखों के न्यायेतर हत्याओं को लेकर सीआरपीएफ पर आरोप लगाए हैं. पन्नू का कहना है कि इन सभी घटनाओं में सीआरपीएफ ने अहम भूमिका निभाई थी.
अमित शाह पर आरोप
पन्नू ने गृह मंत्री अमित शाह पर भी गंभीर आरोप लगाया है. उसने कहा कि अमित शाह, सीआरपीएफ का नेतृत्व कर रहे हैं और खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए भाड़े के सैनिकों को काम पर रखने और न्यूयॉर्क में हत्या की साजिश रचने के लिए जिम्मेदार हैं.
पन्नू की यह बयानबाजी और धमकी उस समय आई है जब भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर पहले से ही तनाव चल रहा है. पन्नू के इस आह्वान ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है. अब देखना होगा कि भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस पर क्या कार्रवाई करती हैं.