काली ड्रेस-स्कार्फ...PM मोदी और पुतिन के पास साये की तरह रही ये महिला कौन है?
PM Modi Russia Visit Update: PM मोदी का 3 दिवसीय विदेश दौरा चल रहा है. अभी वो रूस में है. उनकी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात हो चुकी है. दौरे पर दुनिया के नजरें टिकी हैं. इसके हर पहलू पर चर्चा हो रही है. हालांकि, कम ही लोग दोनों शीर्ष नेता के साथ साये की तरह मौजूद महिला के बारे में बात कर रहे हैं. आइये जानें ये महिला कौन है और वो इन नेताओं की निजी बैठक में भी क्यों उनके पास है?
PM Modi Russia Visit Update: प्रधानमंत्री 2 दिन के रूस दौरे पर हैं. 9 जुलाई, यानी मंगलवार को शाम तक वो ऑस्ट्रिया के लिए रवाना हो जाएंगे. इस दौरान भारत ही नहीं दुनिया की नजरें इस दौरे के पल-पल पर टिकी हुई हैं. लोग लंच, ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक की बात कर रहे हैं. इसके साथ ही इस दौरे पर दुनिया के रिएक्शन और यहां हो रही बातों पर चर्चा हो रही है. हालांकि, कम ही लोग PM मोदी और पुतिन के साथ मौजूद महिला के बारे में बात कर रहे हैं. आइये जानें ये महिला है कौन जो दोनों नेताओं के साथ हर पल नजर आ रही है?
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 दिन के विदेश दौरे पर हैं. वो 8 जुलाई को रूस पहुंचे थे. यहां दो दिन का दौरा है. यानी प्रधानमंत्री 9 जुलाई की शाम तक ऑस्ट्रिया के लिए रवाना हो जाएंगे. वहां उनकी मुलाकात चांसलर से होगी. ये दोनों ही दौरे भारत के लिए कूटनीतिक लिहाज से काफी अहम हैं.
साथ नजर आई महिला
PM मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के साथ आपने देखा होगा की काली ड्रेस में एक महिला नजर आ रही है. चाहे दोनों नेता ब्रेकफास्ट कर रहे हों या किसी गंभी मुद्दे पर चर्चा कर रहे हों ऐसा कही भी नहीं हुआ की उनकी तस्वीरों में उसे न देखा गया हो. इतना ही नहीं जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की प्राइवेट बैठक चल रही थी तब भी वो महिला उनके साथ ही.
“आपको देखकर मुझे बड़ी खुशी हुई”, President Putin tells PM Modi. pic.twitter.com/9g07jeWhhi
— Sambit Patra (@sambitswaraj) July 8, 2024
कौन है वो महिला
दोनों नेताओं के साथ नजर आ रही महिला ब्लैक ड्रेस और गले में स्कार्फ पहन रखे है. वो इन नेताओं से ज्यादा दूर भी नहीं है. दरअसल ये महिला एक ट्रांसलेटर है जो दोनों नेताओं के बीच में संवाद को आगे बढ़ाती है. इस दौरे में उसके अलावा भी भारत और रूस की तरफ से अनुवादकों की टीम में अन्य लोग थे. हालांकि, वो तस्वीरों में कम ही नजर आए हैं.
क्यों पड़ती है जरूरत?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हो या फिर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोनों ही नेता अपनी-अपनी मातृभाषा में बात करना पसंद करते हैं और इसी में ज्यादातर काम करते हैं. यानी PM मोदी हिंदी में और पुतिन रसियन में बात करते हैं. ऐसे में दोनों नेताओं के बीच संवाद के लिए किसी कॉमन भाषा के ना होने से उन्होंने एक दूसरे की बात समझने में समस्या होती है. इस कारण प्रशासन किसी अनुवादक को रखता है जो उनकी बातों को समझ कर एक दूसरे तक साझा कर सके.