US Election: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में अब 2 महीने से भी कम समय बचा है. ऐसे में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट प्रत्याशियों के बीच बहस पर सभी की नजरे टिकी हैं. डेमोक्रेट प्रत्याशी कमला हैरिस और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के बीच ये पहली बार आमने-सामने बहस शुरू हो गई है. ये पहला मौका होगा जब 24 करोड़ अमेरिकी मतदाता 5 नवंबर के चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस को एक साथ अपनी नीतियों के बारे में बताते हुए सुनेंगे.
इस कार्यक्रम के होस्ट डेविड मुइर और लिंसे डेविस करने वाले हैं और ये एबीसी न्यूज चैनल पर प्रसारित होगा और एबीसी न्यूज लाइव, डिज्नी+ और हुलु पर स्ट्रीम किया जा रहा है. निष्पक्ष चर्चा सुनिश्चित करने के लिए, जब उम्मीदवार बोल नहीं रहे होंगे, उस वक्त उनके माइक्रोफोन बंद रखे जाएंगे.
एबीसी न्यूज़ की तरफ से आयोजित ये बहस आज सुबह पेनसिल्वेनिया के फिलाडेल्फिया में शुरू हो गई है, जो डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के बीच स्विंग स्टेट्स में से एक है और इस साल कौन विजेता होगा, इसका फैसला करने में इस राज्य की काफी ज्यादा अहमियत होने वाली है. ये बहस नेशनल कॉन्स्टिट्यूशन सेंटर में होगी, जो फिलाडेल्फिया के इंडिपेंडेंस मॉल में अमेरिकी संविधान को समर्पित एक संग्रहालय है, जिसमें लिबर्टी बेल और इंडिपेंडेंस हॉल भी हैं.
इस डिबेट में जब उम्मीदवारों की बोलने की बारी नहीं होगी, तो उनके माइक्रोफोन म्यूट कर दिए जाएंगे. कमला हैरिस की टीम ने डोनाल्ड ट्रंप के अभियान के साथ हफ्तों तक चली बहस के बाद बुधवार को इस नियम पर सहमति जताई है, जिसमें कमला हैरिस की टीम ने शुरू में बहस के दौरान माइक्रोफोन को म्यूट नहीं करने की मांग की थी, जबकि ट्रंप टीम की मांग माइक्रोफोन को बंद रखने की थी.
जून में बाइडेन और ट्रंप के बीच CNN पर आयोजित बहस में भी जब उम्मीदवार बोल नहीं रहे थे, तब माइक्रोफोन म्यूट कर दिए गए थे. CNN की बहस में किसी भी तरह के प्रॉप्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, कोई लाइव ऑडियंस नहीं थी और इसमें दो कमर्शियल ब्रेक शामिल थे और इस बार भी बहस के दौरान यही निमय होंगे. बहस के नियम को काफी सख्ती से लागू किया जाता है.
ट्रंप समर्थक व टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने डेमोक्रेटिक पार्टी की आव्रजन नीति की आलोचना करते हुए कहा कि अगर ट्रंप ये चुनाव हारे तो यह देश का अंतिम वास्तविक चुनाव होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि डेमोक्रेट 1.5 करोड़ अवैध प्रवासियों को वैध करना चाहते हैं. ऐसा इसलिए कि ये उन्हें चुनाव जीतने में मदद कर सकते हैं. First Updated : Wednesday, 11 September 2024