पाकिस्तान में इमरान की 'जिहादी फोर्स' का 'हल्लाबोल', किले में तब्दील हुआ इस्लामाबाद! चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात
इमरान खान सरकारी उपहारों की बिक्री की सही घोषणा न करने के कारण पिछले अगस्त से जेल में हैं. हालांकि फिर भी वह देश की राजनीति पर अपना दबदबा बनाए हुए हैं. आज इस्लामाबाद में उनकी रिहाई के लिए हजारों की संख्या में उनके समर्थक सड़क पर उतरे हैं. उनकी पत्नी और पूर्व प्रथम महिला बुशरा बीबी भी इस मार्च में शामिल हैं.
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के हजारों समर्थक उनकी रिहाई की मांग को लेकर देश भर से राजधानी इस्लामाबाद की ओर मार्च कर रहे हैं. दर्जनों प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ झड़प की है, उन्होंने अधिकारियों पर पत्थरबाजी की है, जिसके जवाब में अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. आज दिन में और अधिक हिंसा की आशंका है.
ऐसे में अधिकारियों ने आंदोलन को रोकने के लिए राजधानी में लॉकडाउन लगा दिया है.
इस्लामाबाद में कर रहे प्रदर्शन
सीएम अली अमीन गंदापुर और विपक्षी नेता उमर अयूब के नेतृत्व में यह मार्च जारी है. उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि इमरान खान की रिहाई तक उन्हें पीछे नहीं हटना चाहिए और आगे बढ़ते रहना चाहिए. इस दौरान, इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने समर्थकों से गाड़ियों में बैठकर जल्दी आगे बढ़ने का निर्देश दिया ताकि कोई और देरी न हो. इस्लामाबाद पहुंचने के बाद पीटीआई समर्थक डी-चौक पर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं.
सुरक्षा को लेकर उठाए गए ये कदम
विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए. इस्लामाबाद और अन्य प्रमुख शहरों में पुलिस बल तैनात किया गया. अधिकारियों ने शहर की प्रमुख सड़कों को बंद कर दिया और शिपिंग कंटेनरों से इस्लामाबाद को पूरी तरह से सील कर दिया गया है.सरकार ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इंटरनेट, मोबाइल सेवाओं और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को सस्पेंड कर दिया. इसके साथ ही, सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया गया.
धारा 144 लागू
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि सरकारी इमारतों को सील कर दिया गया है और अगर कोई वहां पहुंचने की कोशिश करेगा, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. साथ ही, इस्लामाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई थी, जिससे सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. इस विरोध प्रदर्शन के कारण पाकिस्तान सरकार को पिछले 18 महीनों में 2.7 अरब पीकेआर का नुकसान हुआ है, जिसमें सार्वजनिक और निजी संपत्ति की क्षति भी शामिल है.
पाकिस्तान सरकार ने दी चेतावनी
हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने पहले ही चेतावनी दी है कि इस्लामाबाद में किसी भी प्रकार के विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी. अधिकारियों ने शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है, और प्रमुख सड़कों को सील कर दिया है. इस बीच, सरकार ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रेंजर्स और अन्य सुरक्षा बलों को तैनात किया है.
इमरान खान के 4 हजार समर्थक गिरफ्तार
24 नवंबर को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थकों ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई के लिए देशभर में विरोध प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन का केंद्र इस्लामाबाद था, जहां सरकार ने इसे रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा तैनात की थी. विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया और पुलिस ने 4,000 से ज्यादा पीटीआई समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें 5 सांसद भी शामिल थे.