London: करीब 18 घंटे बाद फिर शुरू हुईं हीथ्रो एयरपोर्ट पर हवाई सेवाएं, पुलिस ने गड़बड़ी से किया इनकार
करीब 18 घंटे के आउटेज के बाद हीथ्रो एयरपोर्ट पर उड़ानें फिर से शुरू हो गई हैं. सूर्यास्त से पहले एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट उतरी. हवाई अड्डे के सीईओ थॉमस वोल्डबाय ने यात्रियों से माफी मांगते हुए कहा कि यह आउटेज हमारे लिए बहुत बड़ा था. असुविधा के लिए खेद है. कल सुबह से परिचालन पूरी तरह बहाल हो जाएगा. बता दें कि लंदन के एक बिजली सबस्टेशन में आग लगने से हीथ्रो एयरपोर्ट समेत 16000 घरों की बत्ती गुल हो गई.

लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर उड़ानें 18 घंटे के बंद रहने के बाद शुक्रवार देर रात फिर से शुरू हुईं. आग लगने से यूरोप के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे की बिजली आपूर्ति दिन भर के लिए बाधित हो गई. शुक्रवार को पूरे दिन उड़ानें रद्द रहने से लगभग 2,00,000 यात्री प्रभावित हुए, जबकि आने वाली उड़ानों को यूरोप के अन्य हवाई अड्डों पर भेज दिया गया.
हीथ्रो एयरपोर्ट के सीईओ ने मांगी माफी
हवाई अड्डे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थॉमस वोल्डबाय ने फंसे हुए यात्रियों से माफी मांगी और कहा कि यह आउटेज हमारे हवाई अड्डे के लिए बहुत बड़ा था. हमें हुई असुविधा के लिए बहुत खेद है. कल सुबह से हम सामान्य दिनों की तरह पूरी तरह से काम करने लगेंगे, यानी 100% काम करने लगेंगे. ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा कि उन्हें हीथ्रो की स्थिति के बारे में पता है और उन्होंने कहा कि उन्हें नियमित अपडेट मिल रहे हैं और वे ग्राउंड वर्कर के साथ संपर्क में हैं.
11.30 बजे मिली आग लगने की सूचना
आग लगने की सूचना सबसे पहले गुरुवार रात करीब 11:30 बजे मिली, जिसके बाद दमकलकर्मियों को सूचित किया गया. एयरपोर्ट ने शुक्रवार सुबह 2 बजे बंद होने की घोषणा की. हवाई अड्डे को बिजली आपूर्ति करने वाले एक बिजली सबस्टेशन में आग लगने के कारण हीथ्रो में बिजली की भारी कमी हो गई.
हजारों घरों की बत्ती गुल
हीथ्रो एयरपोर्ट को अगली सूचना तक बंद कर दिया गया. हजारों फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ी या फिर उनके रूट बदले गए. बिजली सबस्टेशन में आग लगने से लंदन में हजारों घरों की बत्ती गुल हो गई, इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. आपको बता दें कि हीथ्रो एयरपोर्ट दुनिया के सबसे बड़ एयरपोर्ट में से एक है.
पुलिस ने किया गड़बड़ी से इनकार
पुलिस ने घटना में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है, हालांकि जांच अभी भी जारी है। लंदन फायर ब्रिगेड ने कहा कि उसकी जांच बिजली वितरण उपकरणों पर केंद्रित होगी।