India-Maldives Row: 15 मार्च तक अपने सैनिक को वापस बुलाए भारत, राजनयिक विवाद के बीच बोले राष्ट्रपति मुइज्जु

India-Maldives Row: भारत और मालदीव के बीच जारी राजनयिक विवाद तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. दोनों देशों के संबंधों में खट्टास के बीच राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रस्ताव दिया है कि भारत सरकार 15 मार्च से पहले मालदीव से अपनी सैन्य उपस्थिति वापस ले ले.

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India-Maldives Row: भारत और मालदीव के बीच जारी राजनयिक विवाद तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. दोनों देशों के संबंधों में खट्टास के बीच राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रस्ताव दिया है कि भारत सरकार 15 मार्च से पहले मालदीव से अपनी सैन्य उपस्थिति वापस ले ले. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मालदीव के मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों पर दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण की स्थिति बनी हुई है. मालदीव के नए राष्ट्रपति मुइज़ू ने आधिकारिक तौर पर भारत से देश में तैनात अपने सैन्य कर्मियों को वापस लेने का अनुरोध किया है.

बता दें कि पिछली मालदीव सरकार के अनुरोध पर कई वर्षों से मालदीव में भारत की एक छोटी सैन्य उपस्थिति रही है. इस उपस्थिति को मुख्य रूप से समुद्री सुरक्षा और आपदा राहत में सहायता के एक तरीके के रूप में देखा गया था. नवंबर में जारी एक बयान में मालदीव के राष्ट्रपति के कार्यालय ने कहा कि उनका देश "उम्मीद करता है कि भारत लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा का सम्मान करेगा". 

'लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा का सम्मान करेगा भारत' 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति मुइज्जु ने कहा कि सितंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में मालदीव के लोगों ने उन्हें भारत से अनुरोध करने के लिए मजबूत जनादेश दिया था और उम्मीद जताई कि भारत मालदीव के लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा का सम्मान करेगा. हालांकि, सरकार ने सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कोई समय सीमा प्रस्तावित नहीं की थी.

भारत-मालदीव संबंध हाल ही में तब खराब हो गए जब मालदीव के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा का मजाक उड़ाया. इंटरनेट पर कई लोगों द्वारा लक्षद्वीप के प्राचीन समुद्र तटों की तुलना मालदीव से किए जाने के बाद मालदीव के मंत्रियों ने अपमानजनक टिप्पणियों के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त की थी.

लोगों ने मालदीव के बहिष्कार का आह्वान किया

मालदीव के नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर भारत की ओर से तीखी आलोचना हुई और कई लोगों ने मालदीव के बहिष्कार का आह्वान किया. भारत ने आधिकारिक तौर पर मालदीव के साथ इस मुद्दे को उठाया. जिसके बाद तीन मंत्रियों, मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद को मुइज्जू सरकार द्वारा निलंबित कर दिया गया.

'हम छोटे हैं, लेकिन कोई हमें धमका नहीं सकता'

अपनी पांच दिवसीय चीन यात्रा के समापन के बाद मालदीव लौटे राष्ट्रपति मुइज़ू ने शनिवार, (13 जनवरी) को कहा कि किसी भी देश को उनके देश को "धमकाने" का अधिकार नहीं है. भारत-मालदीव मुद्दे का सीधे तौर पर जिक्र किए बिना मुइज्जू ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, "हम छोटे हो सकते हैं, लेकिन इससे आपको हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता. " First Updated : Sunday, 14 January 2024