S.Jaishankar: युगांडा में आज से होगी गुटनिरपेक्ष देशों की मीटिंग, भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे एस जयशंकर
S.Jaishankar: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने युगांडा की राजधानी कंपाला में मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच भारत-मालदीव संबंधों पर खुलकर चर्चा हुई.
S.Jaishankar: भारत और मालदीव के रिश्तों में भारतीय सैनिकों की वापसी का मुद्दा सबसे अहम है. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के लिए 15 मार्च तक अपने सैनिकों को वापस बुलाने की समय सीमा तय की है. जयशंकर ने एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ भारत-मालदीव संबंधों पर खुलकर बातचीत की. गुटनिरपेक्ष देशों से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई.
दो दिवसीय शिखर सम्मेलन
विदेश मंत्री एस जयशंकर शुक्रवार से कंपाला में गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. जयशंकर की युगांडा और नाइजीरिया यात्रा की घोषणा करते हुए, विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत समूह के अग्रणी और संस्थापक सदस्यों में से एक के रूप में गुटनिरपेक्ष आंदोलन के सिद्धांतों और मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध है.
मंत्रालय ने कहा कि युगांडा के नेतृत्व में यह सम्मेलन 120 से अधिक विकासशील देशों को महत्वपूर्ण ऐतिहासिक महत्व के एक मंच पर एक साथ लाता है. विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन 21 और 22 जनवरी को कंपाला में होने वाले तीसरे जी-77 दक्षिण शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले हैं.
मूसा ज़मीर से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद से भारत और मालदीव के बीच राजनयिक विवाद जारी है. इस बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार, (18 जनवरी) को युगांडा के कंपाला में अपने मालदीव के समकक्ष मूसा ज़मीर से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच संबंधों पर स्पष्ट बातचीत की. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए जयशंकर ने लिखा, "आज कंपाला में मालदीव के विदेश मंत्री मूसा ज़मीर से मुलाकात हुई. भारत-मालदीव संबंधों पर खुलकर बातचीत हुई साथ ही एनएएम से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा हुई."