स्विट्जरलैंड भागने की फिराक में था मेहुल चोकसी, भारतीय एजेंसियों के एक्शन ने प्लान को कैसे किया विपल?

चोकसी को 2021 में डोमिनिकन गणराज्य में अवैध प्रवेश के लिए गिरफ्तार किया गया था. उसकी हिरासत को सुरक्षित करने के लिए सीबीआई की एक टीम कैरेबियाई देश पहुंची. चोकसी के वकीलों ने डोमिनिकन कोर्ट को बताया कि उसे इलाज के लिए एंटीगुआ लौटने की जरूरत है और आश्वासन दिया कि वह बाद में मुकदमे का सामना करने के लिए वापस आएगा.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

बेल्जियम में भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब भारतीय एजेंसियों ने भारत लाने की कोशिशें शुरू कर दी है. भगोड़े मेहुल चोकसी पर नीरव मोदी, के साथ मिलकर सरकारी पंजाब नेशनल बैंक में 12,636 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. 65 वर्षीय चोकसी 2018 में बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग में नाम सामने आने से कुछ समय पहले ही भारत से भाग गया था. वह एंटीगुआ चला गया और वहां की नागरिकता ले ली.

बेल्जियम में होने का पता चला

चोकसी को 2021 में डोमिनिकन गणराज्य में अवैध प्रवेश के लिए गिरफ्तार किया गया था. उसकी हिरासत को सुरक्षित करने के लिए सीबीआई की एक टीम कैरेबियाई देश पहुंची. चोकसी के वकीलों ने डोमिनिकन कोर्ट को बताया कि उसे इलाज के लिए एंटीगुआ लौटने की जरूरत है और आश्वासन दिया कि वह बाद में मुकदमे का सामना करने के लिए वापस आएगा. 51 दिनों की जेल के बाद चोकसी को ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी काउंसिल से राहत मिली और प्रत्यर्पण आगे नहीं बढ़ सका. वह एंटीगुआ वापस चला गया. 

पिछले साल एजेंसियों को पता चला कि वह बेल्जियम में है और उन्होंने तुरंत वहां की एजेंसियों को सूचित किया, एजेंसियों के सूत्रों ने बताया. धोखाधड़ी के मामले से जुड़े सभी दस्तावेज भी साझा किए गए. बेल्जियम पुलिस ने शनिवार को चोकसी को गिरफ्तार कर लिया और पाया कि वह स्विटजरलैंड भागने की कोशिश कर रहा था. चोकसी की पत्नी प्रीति बेल्जियम की नागरिक है. 

एंटीगुआ की नागरिकता नहीं छोड़ी

ईडी के सूत्रों के अनुसार, चोकसी ने मेडिकल चेकअप के लिए मानवीय आधार का हवाला देकर बेल्जियम सरकार को गुमराह किया और अपने दावों का समर्थन करने के लिए जाली और झूठे दस्तावेजों का इस्तेमाल किया. सूत्रों ने कहा कि उसने अपनी भारतीय या एंटीगुआ की नागरिकता नहीं छोड़ी है, लेकिन फिर भी उसने बेल्जियम के अधिकारियों से एफ रेजिडेंसी कार्ड के लिए आवेदन किया, जिसे उसने सफलतापूर्वक प्राप्त कर लिया. जब भारतीय अधिकारियों को पता चला कि चोकसी अपने स्टेटस को F+ रेजिडेंसी कार्ड में अपग्रेड करने की योजना बना रहा है, जिससे बेल्जियम से प्रत्यर्पण और भी मुश्किल हो जाएगा, तो उन्होंने तुरंत उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया. जवाब में, बेल्जियम के अधिकारियों ने उसके F रेजिडेंसी कार्ड को F+ स्टेटस में बदलने पर रोक लगा दी.

इलाज के लिए जा रहा था स्विटजरलैंड

चोकसी ने स्विटजरलैंड के एक विशेष कैंसर अस्पताल हिर्सलैंडन क्लिनिक आराऊ में कैंसर के इलाज के लिए आवेदन किया था. उसे लगभग प्रवेश मिल गया था और उसने अधिकांश आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी कर ली थीं. हालांकि, बेल्जियम छोड़ने से पहले ही उन्हें एंटवर्प में अधिकारियों ने अस्थायी हिरासत में ले लिया. स्विटजरलैंड में भी उन्होंने अपनी स्वास्थ्य स्थिति और मानवीय आधार का हवाला देते हुए तत्काल चिकित्सा उपचार के लिए आवेदन किया. 

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14 April 2025, 03:30 PM IST

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