Los Angeles: लाखों खर्च करके आग से घर बचा रहे अमीर, क्या है इनकी महंगी जुगाड़ की कहानी

लॉस एंजेल्स की भयानक जंगल की आग ने हजारों घरों और जिंदगियों को खतरे में डाल दिया है। इस बीच, अमीर लोग अपने महंगे घर बचाने के लिए प्रति घंटे लाखों रुपये खर्च कर रहे हैं। निजी अग्निशमन सेवाओं की यह सुविधा जहां कुछ को राहत दे रही है, वहीं इसने वर्ग विभाजन की बहस को हवा दे दी है। आखिर ऐसा क्या हो रहा है इन निजी फायरफाइटर्स के जरिए जानिए पूरी कहानी।

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Los Angeles: लॉस एंजेल्स और उसके आसपास फैली भीषण जंगल की आग ने अब तक 24 लोगों की जान ले ली है। करीब 12,000 इमारतें आग की चपेट में आ चुकी हैं, जिससे 1 लाख से ज्यादा लोग घर छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। इस आग से आर्थिक नुकसान का अनुमान 135 से 150 बिलियन डॉलर तक लगाया जा रहा है। लेकिन इस संकट के बीच शहर के अमीर लोग अपने घर बचाने के लिए मोटी रकम खर्च कर रहे हैं।

प्रति घंटे 1.7 लाख रुपये का निजी अग्निशमन दल

आग से बचने के लिए अमीरों ने निजी अग्निशमन सेवाओं का सहारा लिया है। ये सेवाएं सस्ती नहीं हैं, क्योंकि इसके लिए प्रति घंटे करीब 2,000 डॉलर (1.7 लाख रुपये) तक का भुगतान किया जा रहा है। इन दलों का काम घरों को आग से बचाना है, जिसमें छतों पर पानी डालना, पेड़ों पर अग्निरोधी सामग्री छिड़कना और इमारतों को अग्निरोधी जेल से सुरक्षित करना शामिल है।

सेवाओं की बढ़ती मांग और सुविधाएं

निजी कंपनियां, जैसे टॉर्गर्सन वाइल्डफायर डिफेंस सिस्टम्स, अपने कर्मचारियों को होज़, पानी के टैंक और अग्निरोधी सामग्री के साथ भेज रही हैं। ये कंपनियां बीमा कंपनियों के साथ साझेदारी भी करती हैं ताकि पॉलिसीधारकों की संपत्तियां सुरक्षित रहें। इससे घर के मालिक और बीमा कंपनियां दोनों फायदे में रहते हैं।

पिछली घटनाओं में भी चर्चा में रही सेवाएं

यह पहली बार नहीं है जब निजी अग्निशमन सेवाओं ने सुर्खियां बटोरी हैं। 2018 में किम कार्दशियन और कान्ये वेस्ट ने अपनी हवेली बचाने के लिए ऐसी ही सेवाओं का सहारा लिया था। हाल ही में अरबपति डेवलपर रिक कारुसो ने भी इन सेवाओं का इस्तेमाल किया, जिसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई।

वर्ग विभाजन और आलोचना

इन सेवाओं ने वर्ग विभाजन को गहराने की बहस को जन्म दिया है। जहां एक ओर आम लोग अपने घरों को जलता देख रहे हैं, वहीं अमीर लोग मोटी रकम देकर अपनी संपत्ति बचा रहे हैं। यह स्थिति एक गंभीर सामाजिक और नैतिक सवाल खड़ा करती है।

भविष्य के लिए चिंताएं

इस भयानक आग ने न केवल बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है, बल्कि जलवायु परिवर्तन और संसाधनों की असमानता पर भी ध्यान खींचा है। ऐसे में यह देखना जरूरी है कि इस संकट से निपटने के लिए सरकार और समाज क्या कदम उठाते हैं। भीषण आग के इस संकट में जहां आम लोग अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं अमीरों का यह महंगा समाधान कई सवाल खड़े करता है। आखिर कब तक पैसा जीवन और संपत्ति बचाने का पैमाना बना रहेगा? First Updated : Monday, 13 January 2025